हिंद महासागर में चीन की घुसपैठ आए दिन होती रहती है। हालांकि हमारी सेना पूरी तरह मुस्तैद है। इसी बीच हिंद महासागर के किनारे यानी केरल में भारत और फ्रांस के बीच पहला संयुक्त सैन्याभ्यास किया जाएगा। जिसका नाम ‘फ्रिंजेक्स-2023’ है। भारत और फ्रांस की सेना के बीच यह पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास है। दोनों देशों की सेनाओं द्वारा संयुक्त रूप से किए जा रहे इस सैन्य अभ्यास को ‘फ्रिंजेक्स-23’ नाम दिया गया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक फ्रांस की सेना के साथ यह सैन्य अभ्यास 7 और 8 मार्च को केरल में तिरुवनंतपुरम के पैंगोड मिलिट्री स्टेशन में आयोजित किया जाएगा।
दोनों देशों की सेनाओं में होगा बेहतर कॉर्डिनेशन: रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्रालय ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत और फ्रांस के इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य सामरिक स्तर पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना है। सैन्य अभ्यास की कार्यसूची में संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत शामिल है। इसके अंतर्गत दोनों देशों की सेनाएं एक विशेष संयुक्त कमांड फोर्स की स्थापना करेंगी। इस कमांड पोस्ट में आपदा राहत के उद्देश्य से परिकल्पित क्षेत्र को सुरक्षित करने का अभ्यास किया जाएगा। यहां किए जाने वाले प्रशिक्षण में संचालन तथा आंतरिक रूप से विस्थापित आबादी के लिए (आईडीपी) शिविर की स्थापना व आपदा राहत सामग्री की सुगम आवाजाही शामिल है।
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब दोनों देशों की सेनाएं इस प्रारूप में तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय सेना के सैनिकों और फ्रांस की 6वीं लाइट आर्मर्ड ब्रिगेड के एक-एक कंपनी समूह के प्रत्येक दल के साथ शामिल हो रही हैं। संयुक्त अभ्यास फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा, जो समग्र भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख पहलू है।