- पुलिसिया धौस से पत्रकार भी परेशान।
- पुलिस मैनुअल का पुलिसकर्मी ने किया दुरुपयोग।
न्यूज4बिहार/सोनपुर:हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2022 के उद्घाटन के दिन बैठने को लेकर पत्रकार और पुलिस में काफी नोकझोंक हुआ। हुआ यह कि मुख्य पंडाल में प्रवेश करने के वक्त से ही पत्रकार को ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिस पदाधिकारी व कर्मी टॉर्चर करना शुरू कर दिए । पत्रकारों से प्रवेश द्वार पर प्रवेश करने के वक्त प्रेस का परिचय मांगा फिर अनाप-शनाप प्रश्न करने लगा । ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिस पदाधिकारी अपना कर्तव्यों को भूल कर पत्रकार को हल्का में लेकर पुलिसिया धौस भी दिखाया । पत्रकार को उप मुख्यमंत्री का कार्यक्रम सहित हरिहर क्षेत्र मेला का खबर लेना जरूरी था । व्यवस्थापक द्वारा सीट की व्यवस्था कर मीडिया का बोर्ड लगा दिया गया था । पत्रकार अपने निर्धारित स्थान पर जाकर बैठे कुछ ही मिनट बाद दो-चार पुलिस पदाधिकारी आकर पत्रकार को और पीछे जाने का आदेश दिया । जितने उपस्थित पत्रकार थे उतनी सीट नही था । पत्रकारों ने पीछे सिमट पर जा बैठे फिर वही पुलिस पदाधिकारी आकर पत्रकारों पर धौस जमा कर पुनः पीछे हटने को कहा । पत्रकारों ने आपस में कहा कि पुलिस मैनुअल का अध्ययन नहीं है इन पुलिस वालों को । पुलिस का धौस ज्यादा दिखाने पर पत्रकारों ने पुलिस से गुस्सा गए । स्थिति बिगड़ते देख कर वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी पहुंचकर पत्रकारों को समझा-बुझाकर बैठने का आग्रह किया लेकिन ड्यूटी पर तैनात संबंधित पुलिस पदाधिकारियों का जो व्यवहार था उसे देखकर हर कोई कहने लगा कि पुलिस की मनमानी तथा पुलिसिया धौस उचित नहीं था । पत्रकारों को मुख्य पंडाल में पूर्ण रूप से बैठने की व्यवस्था नहीं था जिसके कारण कितने पत्रकार खड़े होकर ही हो रहे उद्घाटन समारोह कार्यक्रमों को अपने कैमरे में कैद करते हुए वे उप मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री के अभिभाषण को खड़े खड़े लिखने को विवश रहे तो कई पत्रकार बंधु मुख्य प्रवेश द्वार पर उन्हें रोक दिया गया जिन्होंने अपना परिचय पत्र नहीं दिखाया । कुछ सोशल मीडिया के यूट्यूब चैनल के बंधुओं ने कहा कि सरकार की हर योजनाओं एवं हर घटनाओं ,क्षेत्र की समस्याओं के अलावा हर तरह की खबर सोशल मीडिया के द्वारा त्वरित प्रसारण कर सरकार को या पुलिस प्रशासन या विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया जाता है लेकिन जिस तरह से पत्रकारों के साथ प्रशासन द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जाता है ऐसे में अब बिहार में पत्रकार भी सुरक्षित व सम्मान उन्हें नहीं मिलती है जो यहां देश और राज्य के लिए बड़ी चिंता की विषय है । इस पर सरकार के रहनुमा विशेष मंथन करें । जबकि देश के प्रधानमंत्री एवं न्यायालय भी पत्रकारों का चौथा स्तंभ कहां है और उनकी सुरक्षा ,सुविधा और उचित व्यवहार करने का निर्देशित किया गया है फिर भी कुछ पुलिस प्रशासन अपनी मर्यादाओं एवं पुलिस मैनुअल का अध्ययन नहीं किए होंगे जिसके कारण इस तरह का दृश्य हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में देखने को हर लोगो को मिला ।