• फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा सेवन के महत्व के बारे में दी जानकारी.
• फाइलेरिया उन्मूलन के लिए स्कूली बच्चों ने निकाली जागरूकता रैली.
छपरा। विश्व उपेक्षित उष्ण कटिबंधीय रोग दिवस के अवसर पर सारण जिले के रिविलगंज के टेकनिवास पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व पंचायत की मुखिया जीरा देवी ने किया, जिसमें ग्रामीणों को एनटीडी (Neglected Tropical Diseases) एवं फाइलेरिया से बचाव हेतु जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को यह जानकारी दी गई कि 10 फरवरी से फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जाएगी, जिससे इस बीमारी की रोकथाम संभव है। मुखिया प्रतिनिधि निरज कुमार राय ने सभी ग्रामीणों से इस अभियान में सहयोग करने की अपील की।
इस अवसर पर एचडब्ल्यूसी के सीएचओ दीपक कुमार जाट, सीएचओ वंदना पाल, जीविका बीपीएम सुभाष गुप्ता, तथा इनई हाई स्कूल और राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कचनार के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों के सहयोग से जागरूकता रैली भी निकाली गई।
रैली के माध्यम से ग्रामीणों को फाइलेरिया और अन्य उपेक्षित उष्ण कटिबंधीय रोगों के प्रति जागरूक किया गया और दवा सेवन के महत्व को समझाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को सही जानकारी देकर रोगों की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।कूली बच्चों के द्वारा जागरूकता रैली निकाल कर एमडीए अभियान के दौरान फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने के प्रति जागरूक किया गया। जिले में 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाना है। जिसके तहत घर घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे एनटीडी जैसी बीमारियों के उन्मूलन के लिए जागरूकता फैलाएंगे। कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता, नियमित दवा सेवन और समय पर चिकित्सा जांच के महत्व को समझाया गया।
फाइलेरिया उन्मूलन के लिये सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम, रूगण्ता प्रबंधन, दिव्यांगता निवारण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने निर्धारित समय अवधि पर देश को कुछ गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने का लक्ष्य तय किया है। फाइलेरिया उन्मूलन के लिये 2027 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस संकल्प को फलीभूत करने का युद्धस्तर पर प्रयास हो रहा है।