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Jagan Mohan Reddy and YSRTP chief YS Sharmila arrested for remarks against BRS MLA “तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान है…” जगहन मोहन रेड्डी की बहन गिरफ्तार, BRS विधायक पर अभद्र टिप्पणी का आरोप

वाईएस शर्मिला हुईं गिरफ्तार- India TV Hindi
Image Source : ANI
वाईएस शर्मिला हुईं गिरफ्तार

तेलंगाना में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों की तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। ऐसी ही बयानबाजी के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन और वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला को पुलिस ने आज रविवार को गिरफ्तार किया है। शर्मिला पर तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के एक विधायक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है। 

महबूबाबाद शहर में पुलिस ने गिरफ्तार किया

शर्मिला को उनकी पदयात्रा के दौरान महबूबाबाद शहर में पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने उन्हें उनके रात्रि विश्राम शिविर से गिरफ्तार कर लिया और कस्बे में किसी भी कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए उन्हें हैदराबाद ले आई। उन्होंने शनिवार शाम कस्बे में एक जनसभा के दौरान महबूबाबाद के विधायक बी. शंकर नाइक के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। स्थानीय बीआरएस नेता की शिकायत पर शर्मिला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504 ए और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3 (1) आर के तहत महबूबाबाद टाउन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।

शर्मिला ने KCR की तुलना तानाशाह से की

शर्मिला ने केसीआर की तुलना तानाशाह से की और कहा था कि तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान और केसीआर तालिबान है। शर्मिला ने आरोप लगाया था कि विधायक भ्रष्टाचार में शामिल हैं और उन्होंने जमीनों पर कब्जा किया हुआ है। दो महीने से अधिक के ब्रेक के बाद शर्मिला ने इस महीने की शुरुआत में अपनी प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा फिर से शुरू की थी। उन्होंने उस स्थान से पदयात्रा फिर से शुरू की, जहां पिछले साल नवंबर में इसे रोक दिया गया था।

पदयात्रा को बंद करने से इनकार कर दिया था

बीआरएस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर 28 नवंबर को वारंगल जिले में उनकी बस में आग लगा दी थी और अन्य वाहनों पर पथराव किया था। बाद में पुलिस ने शर्मिला को गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उन्होंने क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पदयात्रा को बंद करने से इनकार कर दिया था। बाद में शर्मिला को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया गया। अगले दिन मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास की ओर एक विरोध मार्च का नेतृत्व करते हुए उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।

हालांकि, पदयात्रा फिर से शुरू नहीं हो सकी, क्योंकि पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी। वाईएसआरटीपी ने तेलंगाना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसने शर्मिला को वॉकथॉन को फिर से शुरू करने की इजाजत देते हुए पहले लगाई गई शर्तों का पालन करने को कहा।

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