मढौरा:नगर पंचायत मढौरा के विभिन्न 16 वार्डों में 6 करोड़ से अधिक की राशि खर्च किए जाने के बाद भी आजतक यहां के नगर वासियों को नल से जल मयस्सर नहीं हो सका है। इस मामले में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद भी यहा के संबंधित ठेकेदार और नगर प्रशासन पर उसका कोई असर नहीं हुआ और आज भी यहां के अधिकांश वार्डो में लोगों को नल से जल नहीं मिल पा रहा है। मढौरा नगर पंचायत में कुल 16 वार्ड है जिसमें एक दो वार्डो को छोड़ अधिकांश में नल जल पिछले काफी दिनों से नहीं चल पा रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री की इस महत्वकांक्षी नलजल योजना पर नगर प्रशासन के द्वारा करीब 6 करोड़ के आसपास खर्च किया जा चुका है। जिसका फलाफल जमीन पर कुछ भी नहीं दिखाई पड़ रहा है। इस बात से नाराज मढौरा नगर के निवासी मंटू प्रसाद ने पिछले साल जुलाई महीने में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर मढौरा नगर में नलजल की दुर्दशा की शिकायत की थी । जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर नगर विकास मंत्री ने इस मामले की जांच कराने का निर्देश दिया था। किंतु यहां के ठेकेदार और नगर प्रशासन पर मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप का भी कोई असर नहीं हुआ और आज भी मढौरा नगर पंचायत की स्थिति पहले की तरह ही है। नगरवासी विष्णु गुप्ता, प्रदीप ठाकुर , मंटू प्रसाद, शशि सिंह , रंजीत कुमार सहित अन्य लोगों की शिकायत है कि नलजल के नाम पर नगर के करोड़ों रुपैये का बंदरबांट किया गया किंतु यहां का नलजल चालू नहीं हो सका। यहा के नगरवासियों का कहना है कि वे लोग मढौरा नगर के नलजल की दुर्दशा की व्यथा कथा स्थानीय और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ साथ मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक सुनाई किंतु आजतक इसमें कोई सुधार नहीं हो सका। जिस कारण नगरवासी काफी व्यथित है।
उधर नप मढ़ौरा मुख्यपार्षद, रूबी सिंह ने बताया कि मढौरा नगर में नलजल का काम करने वाले सभी ठेकेदारों को नोटिस के माध्यम से खराब पड़े नलजल को ठीक करने का निर्देश दिया जा चुका है। जो ठेकेदार संबंधित वार्ड का नलजल दुरुस्त नहीं करेंगे उनके विरुद्ध प्रथमिकी दर्ज करा कर उन्हें काली सूची में डालने की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
मढ़ौरा से नंदू कुमार कि रिपोर्ट