News4Bihar/छपरा: सारण विकास मंच ने वीरता और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। छपरा स्थित कार्यालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण के साथ हुई। उपस्थितजनों ने देश की सुरक्षा में तैनात भारतीय सेना के साहस और समर्पण को भी नमन किया। कार्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य, बलिदान और राष्ट्रनिष्ठा को विभिन्न प्रस्तुतियों के माध्यम से स्मरण किया गया। खास आकर्षण रही “महाराणा का शौर्य गायन” – जिसे कु. अंशिका और कु. अन्वेषा ने हारमोनियम पर श्री भगवान शर्मा की संगत में भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया।
समारोह में महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण के बाद मुख्य अतिथि श्याम प्रसाद साह को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह को तलवार और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन अमित नयन, धन्यवाद ज्ञापन विनोद मांझी ने किया।
इस अवसर पर सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने महाराणा प्रताप की आत्मबल और स्वतंत्रता के प्रति अटूट निष्ठा को याद करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ने संघर्षशील मृत्यु को अपमानित जीवन से श्रेष्ठ माना। उनका जीवन हमें सिखाता है कि आत्मसम्मान और देश की स्वतंत्रता सर्वोपरि है। उन्होंने वर्तमान समय में भारत पर पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे आतंकी हमलों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय सेना प्रतिदिन दुश्मनों की नापाक मंशा को नाकाम कर रही है, ठीक उसी तरह जैसे महाराणा प्रताप ने मुगलों के आगे झुकने से इंकार कर दिया था। श्री सिंह ने यह भी याद दिलाया कि महाराणा प्रताप की संघर्ष यात्रा में भामा शाह जैसे निष्ठावान सहयोगी और भील समाज जैसे समर्पित साथी शामिल थे। भामा शाह ने अपना पूरा धन राणा की सेना के पुनर्गठन में अर्पित कर दिया था, जिससे वर्षों तक हजारों सैनिकों का वेतन दिया गया।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप ने विभिन्न जातियों और धर्मों को साथ लेकर एकजुटता की मिसाल पेश की थी। उनके सेनापति हकीम खान सूरी, जो अफगानी मूल के थे, इस बात के प्रमाण हैं कि प्रताप का संघर्ष केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी अस्मिता की रक्षा का प्रयास था।
इस आयोजन में जिले के कई शिक्षाविद, समाजसेवी, विद्यार्थी और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों ने भाग लिया। उपस्थित प्रमुख लोगों में जिला परिषद सदस्य छविनाथ सिंह, रितेश सिंह, भोलू सिंह, अमरनाथ सिंह, संतोष सिंह, बबलू सिंह, गोलू सिंह, अभिषेक राय, सोनू राय, बच्चा सिंह, डॉ. ददन महतो, राकेश सिंह आदि मौजूद रहे।