Rohit Sharma Press Conference After IND vs AUS Indore Test : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज का इंदौर में खेला गया तीसरा टेस्ट करीब सवा दो ही दिन में खत्म हो गया। सीरीज में पहली बार भारतीय टीम हारी है और इस मैच की हार कप्तानी रोहित शर्मा को काफी खलने वाली है। टीम इंडिया का सपना था कि इंदौर टेस्ट जीतने के बाद टीम इंडिया जहां एक ओर आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन की कुर्सी पर कब्जा कर लेगी, वहीं आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी एंट्री कर जाएगी, लेकिन ये पूरा नहीं हो पाया। इतना जरूर हुआ कि ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले दो मैच हारने के बाद भी डब्ल्यूटीसी के प्वाइंट्स टेबल में नंबर एक पर बनी रही और सीरीज का तीसरा मैच जीतकर टीम ने फाइनल में भी अपनी सीट सुरक्षित कर ली है। इस बीच मैच हारने के बाद कप्तान रोहित के चेहरे से कहीं न कहीं दर्द झलक रहा था। कप्तान ने मैच के बाद जो बातें कही हैं, उसे भी आपको जानना चाहिए।
Rohit Sharma
रोहित शर्मा बोले, पहली और दूसरी पारी में नहीं हुई अच्छी बल्लेबाजी
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि जब आप टेस्ट हारते हैं तो काफी कमियां निकलती हैं। रोहित शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया कि हमने पहली पारी में ठीक रन नहीं बनाए। इसके बाद जब आपके 88 रन से पहली पारी में पिछड़ गए हों तो हमें दूसरी पारी में और बेहतर बल्लेबाजी करनी थी। लेकिन दुर्भाग्य से हम ऐसा नहीं कर पाए। डब्ल्यूटीसी फाइनल को लेकर रोहित शर्मा ने कहा कि हमने अहमदाबाद में अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की बात नहीं सोची है। हमें इस बीच सोचना और समझना होगा कि हमने क्या गलत किया और कहां भूल हो गई। हमें आगे कहां बेहतर करना है, ये भी विचार करना होगा। रोहित शर्मा ने कहा कि चुनौतीपूर्ण पिचों पर आपको और भी बेहतर करना होता है। लेकिन हमने शायद उन्हें यानी ऑस्ट्रेलिया को एक ही जगह टप्पा खिलाकर बार बार मौके दिए। साथ ही रोहित शर्मा ने कहा कि हम पहले दो मैचों की बल्लेबाजी से कुछ सीख सकते हैं। उनका कहना है कि एक मैच में हम खराब खेल सकते हैं। हम चाहते थे और उम्मीद थी कि कुछ खिलाड़ी हमें जीत की ओर ले जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, इसलिए हम मैच में पिछड़ गए और आखिर में हार मिली।
Rohit Sharma and Virat Kohli
टीम इंडिया को तीसरे इंदौर टेस्ट में मिली है 9 विकेट से करारी हार
मैच की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने अपने सभी विकेट खोकर केवल 109 रन ही बनाए थे, इसके बाद जब ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसे 197 रन बना दिए और पहली पारी के आधार पर 88 रन से पिछड़ गई। इसके बाद दूसरी पारी में भी यही हुआ। इस बार पूरी टीम इंडिया मिलकर 163 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 76 रन का ही टारगेट था। हालांकि मैच के तीसरे दिन दूसरी ही गेंद पर रविचंद्रन अश्विन ने सलामी बल्लेबाजी उस्मान ख्वाजा को आउट कर ये संभावना बनाई थी कि मैच में रोमांच बाकी है। जब पहला विकेट गिरा तो दूसरी ही गेंद थी और टीम एक भी रन नहीं बना पाई थी। लेकिन मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड ने आकर टीम को आगे ले जाने का काम किया। इसके बाद 18.5 ओवर में ही 78 रन बनाकर मैच नौ विकेट से अपने नाम कर लिया। हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि आखिरी मैच जो नौ मार्च से शुरू होगा, उसमें भारतीय टीम कैसा प्रदर्शन करती है।