![Umesh Pal murder case, Umesh Pal Sadakat Khan, Sadakat Khan Akhilesh Yadav- India TV Hindi](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/905_509/2023/02/sadakat-khan-akhilesh-yadav-1677563723.jpg)
हाथ मिलाते अखिलेश यादव और सदाकत खान।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में एक बड़ी खबर सामने आई है। इस मामले में पकड़े गए आरोपी सदाकत खान का समाजवादी पार्टी कनेक्शन सामने आ रहा है। दरअसल, एक तस्वीर में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव और मुस्लिम हॉस्टल से गिरफ्तार हुआ आरोपी सदाकत खान हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के सामने आने के बाद अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ सकते हैं। बता दें कि सदन में बहस के दौरान अखिलेश ने उमेश पाल हत्याकांड के हवाले से सूबे में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे। आरोपी सदाकत के साथ अखिलेश की तस्वीर वायरल होते ही इस मसले पर सपा की सफाई भी आ गई।
मुस्लिम हॉस्टल में रहता था सदाकत खान
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस ने LLB के छात्र सदाकत खान को गिरफ्तार किया है। सूबे के गाजीपुर जिले का रहने वाला सदाकत खान मुस्लिम हॉस्टल में रहता था। पुलिस के मुताबिक, इसी हॉस्टल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। सदाकत ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की थी, लेकिन इसी दौरान डिवाइडर से टकराकर घायल हो गया। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों पर इनाम घोषित किया हुआ है और उसकी 10 टीमें लगातार छापे मार रही हैं जबकि कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्त फखरूल हसन।
सोमवार को एक आरोपी हुआ था ढेर
उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या में शामिल आरोपियों में से एक अरबाज को सोमवार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग थाना धूमनगंज अंतर्गत नेहरू पार्क इलाके में हैं। इस सूचना पर जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो इन लोगों ने पुलिस की टीम पर फायरिंग की। इस दौरान 25 हजार रुपये का इनामी 25 साल का अरबाज गोली लगने से घायल हुआ और इसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मुठभेड़ में धूमनगंज थाने के SHO राजेश कुमार मौर्य की बांह में चोट आई है और उनका उपचार चल रहा है।
‘तू इधर-उधर की न बात कर, ये बता कि…’
अखिलेश के साथ सदाकत की तस्वीर सामने आते ही इस मसले पर समाजवादी पार्टी की सफाई भी सामने आ गई। पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन ने एक बयान में कहा, ‘तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि काफिला क्यूं लुटा, मुझे रहजनों से गिला नहीं, तिरी रहबरी का सवाल है। सोशल नेटेवर्किंग साइट्स के दौर में आप सेल्फी और फोटो दिखाकर मुद्दों से घुमाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है। फिल्मी अंदाज में बम और गोलियां चलाकर हत्या की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी को फोटो पॉलिटिक्स की जगह उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर काम करना चाहिए।’