Indian Cricket Team: भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच जीत लिए हैं। इसी के साथ टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-0 की अजेय बढ़त भी ले ली है। पिछले 10 सालों में टीम इंडिया को घर में टेस्ट मैच हराना किसी भी टीम के लिए मुश्किल काम हो गया है। पिछले 10 सालों में टीम इंडिया ने घर पर 44 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 36 मुकाबलों में जीत हासिल की है और सिर्फ 2 मैच ही हारे हैं। इसका सबसे कारण ये रहा है कि भारतीय गेंदबाजी बहुत ही ज्यादा मजबूत हुई है। इसमें 2 प्लेयर्स ने बहुत ही अहम योगदान दिया है। आइए जानते हैं, इसके बारे में।
1. रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन पिछले एक दशक से टीम इंडिया के गेंदबाजी आक्रामण की अहम धुरी बने हुए हैं। उन्होंने अपनी गेंदबाजी से दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाजों को चित किया है। उनकी कैरन बॉल को खेल पाना इतना आसान नहीं है। गेंदबाजी में वेरिएशन उनकी सबसे बड़ी ताकत है। स्पिन पिचों पर वह शानदार तरीके से बॉलिंग करते हैं। उन्होंने भारतीय धरती पर 53 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 326 विकेट और 3134 रन बनाए हैं। भारतीय टीम की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है।
2. रवींद्र जडेजा
रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए टेस्ट मैचों में गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों ही डिपार्टमेंट में हिट हैं। उनकी फुर्ती मैदान पर देखते ही बनती है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले और दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ बेहतरीन बल्लेबाजी की और दोनों ही मुकाबलों में ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए। घरेलू टेस्ट मैचों में जडेजा का प्रदर्शन और निखरकर सामने आता है। उन्होंने भारतीय धरती पर 38 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 1553 रन और 189 विकेट चटकाए हैं।
3. अक्षर पटेल
अक्षर पटेल ने साल 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। तब से वह भारतीय टेस्ट टीम के परमानेंट सदस्य बन गए हैं। उनकी गेंदें कई बार सीधी भी रहती हैं और टर्न भी हो जाती हैं। इससे बल्लेबाज उनकी गेंदों को समझ नहीं पाता है और आउट हो जाता है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए घर में 8 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 40 विकेट चटकाए हैं और 355 रन बनाए हैं।
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