News4Bihar/सारण: इसुआपुर प्रखंड के अगौथर सुंदर गांव में नाबार्ड फेस 11 के तहत 2008-9 में स्टेट ट्यूबवेल 25 लाख रुपए लागत से गाड़ी गई थी । लेकिन अभी तक चालू नहीं हो सकी है, जिससे किसानों को स्टेट ट्यूबवेल के रहते सिंचाई करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। वही भूमि दाता सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि सारे कागजात की पूर्ति, सारे प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद अभी तक लगभग 17 वर्ष से विभागीय उदासीनता के चलते स्टेट ट्यूबवेल बंद पड़ा है। वही जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए, सिंचाई के लिए इस ट्यूबवेल को लगाया गया था। वह अभी तक बेकार पड़ा हुआ है तथा सारा लोहे का पाइप सर गया है, लेकिन नलकूप विभाग के द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे यह चालू किया जा सके तथा किसानों के खेतों में पानी पहुंच सके। इस संदर्भ में सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि इसको चालू करने के लिए मैंने प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी को हमेशा से आवेदन देते रहा हूं लेकिन किसी का भी इस पर ध्यान नहीं है। वहीं उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री जनता दरबार में भी दे दी गई है, इस संदर्भ में सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जिसमें अवर प्रमंडल पदाधिकारी, लघु सिंचाई अनुमंडल पदाधिकारी ने सूचना के अधिकार से मांगी गई जवाब में बताया कि स्टेट ट्यूबवेल नलकूप का मीटर जल गया है व स्टाटऀर खराब है। लेकिन वस्तुतः स्थित है कि इलेक्ट्रिक मीटर से समरसेबल पंप में बिजली की सप्लाई नहीं की गई है, फिर मोटर जलने और स्टार्टर खराब होने का कोई सवाल ही नहीं उठाता है। वही लघु सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता हारुन अंसारी ने बताया कि इसको चालू करने के लिए 49000 का आवंटन किया गया है। अब यह जल्दी ही चालू हो जाएगा और किसानों के खेतों में पानी जाना शुरू हो जाएगा
