- हंगामे से आवागमन बाधित ; प्रशासन हलकान।
कन्हैया कुमार सिंह कि रिपोर्ट सारण
मशरख(सारण)आरआरबी एनटीपीसी के रिजल्ट सामने आने के बाद रिजल्ट में भारी अनियमितता से नाराज सैकड़ो अभ्यर्थी छात्र विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतरे । मंगलवार के सुबह आंदोलनकारी छात्रों का हुजूम छपरा – थावे रेलखंड पर मशरक थाना क्षेत्र के राजापट्टी स्टेशन पर सवारी गाड़ियों का आवागमन बाधित कर दिया। रेलवे ट्रैक पर बैठकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारा लगाते हुए नए सिरे से परीक्षा परिणाम घोषित करने , आर्मी की बहाली शीघ्र करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान मशरक- महम्मदपुर एसएच 90 को रेलवे ढाला के पास अवरुद्ध कर दिया । प्रदर्शनकारी छात्र सुबह 10 बजे से दोपहर बाद तक रेलवे ट्रैक एवं मुख्य सड़क पर जमे रहे । आरपीएफ इंसेक्टर अमित रंजन एवं मशरक थानाध्यक्ष राजेश कुमार के साथ भारी संख्या में पुलिस बल प्रदर्शनकारियों को समझाने में लगे रहे । लेकिन छात्र अपनी मांगों पर वरीय अधिकारियों का सकारात्मक आश्वासन की मांग लेकर डटे रहे। कचहरी मशरक थावे पैसेंजर दिघवादुबौली स्टेशन पर फंसी रही। इस ट्रेन को छपरा कचहरी जाना था जो घंटो बाद रवाना हुई। वही मुख्य सड़क पर वाहनों की लंबी कतार से पैदल चलना भी मुश्किल हो गई । रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि छात्रों के ट्रैक पर बैठने की वजह से सुरक्षा के नजरिये से पैसेंजर ट्रेन को दिघवा दुबौली स्टेशन पर रोका गया था। पटरी पर आंदोलन खत्म होने पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया गया। बता दें कि आरआरबी द्वारा एनटीपीसी सीबीटी-1 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। अब तक 15 क्षेत्रों के लिए रिजल्ट जारी किए गए हैं। इसके बाद छात्रों में रिजल्ट को लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है। आरआरबी ने 13 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी, जिसके रिजल्ट में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन कर लिया गया है। ऐसी परिस्थिति में एक उम्मीदवार की वजह से दो से तीन छात्र रेस से बाहर हो गए एवं सेलेक्शन से वंचित रह गए। ऐसे में सेलेक्शन से बाहर हुए परीक्षार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक इसमें सुधार नहीं होता है, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शनकारी छात्रो का नेतृत्व मोनू कुमार गुप्ता, रंजय कुमार ,अमित कुमार, दीपक कुमार , जितेश गुप्ता , बिटू कुमार यादव सहित अन्य थे । जिन्होंने अपनी मांग से सम्बंधित आवेदन स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री, रेलमंत्री, रेलवे जीएम सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों को दिया।