न्यूज4बिहार : बिहार के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए अब एडवांस टाइम टेबल तैयार किया जाएगा। सप्ताह के पहले दिन सभी कक्षाओं में स्कूल का नोटिस बोर्ड और टाइम टेबल चिपका दिया जाएगा, और उसी के आधार पर बच्चे पूरे सप्ताह कक्षाओं में पढ़ाई के बच्चों को पढ़ाई जाने वाली करेंगे। निरीक्षण अधिकारी स्कूलों में किताबों का लुक बदल जाएगा, निरीक्षण के लिए पहुंचेंगे तो इसको लेकर एससीईआरटी की ओर जांच भी करेंगे। फैक्ट चेक के लिए से तैयारी शुरू कर दी गयी है। छठी बच्चों से पूछा जाएगा कि निरीक्षण से आठवीं कक्षा तक के सभी विषयों वाले दिन क्लास में क्या पढ़ाया गया की पाठ्य पुस्तकों की समीक्षा सह और अगले दिन क्या पढ़ाया जाएगा। रिवीजन की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही जिला स्तरीय वीडियो समीक्षा के तहत पाठ्य पुस्तकों की कॉन्फ्रेंसिंग में स्कूलों के एचएम के पाठ्य सामग्री के साथ-साथ पुस्तकों साथ इसकी रिपोर्ट भी ली जाएगी। की टाइपिंग, डिजाइनिंग, मानचित्र एवं इसके साथ ही राज्य के सरकारी सांख्यिकीय डेटा को भी अपडेट स्कूलों में छठी से आठवीं कक्षा तक किया जाना है। एससीईआरटी की ओर से प्रदेश भर से शिक्षकों की एक टीम बनाई गई है, जिन्हें पांच दिवसीय प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है। जिले के सभी बिहार बोर्ड के स्कूलों में जुलाई के अंतिम सप्ताह तक कैलेंडर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों द्वारा आयोजित पेरेंट्स-टीचर्स मीट में भाग लेने वाले अभिभावकों को भी कैलेंडर में दिए गए सुझावों से अवगत कराकर बच्चों में नैतिक मूल्यों के विकास के लिए प्रेरित किया जाएगा। कैलेंडर लगाने का मुख्य उद्देश्य माता-पिता को बच्चों के करीब लाना और उनका मार्गदर्शन करना है। इसमें 12 तरह से बच्चों का मनोबल बढ़ाने की जानकारी साझा की गई है, जिसमें बच्चों को खुद पर विश्वास दिलाना, सवाल पूछने की आदत विकसित करना, बच्चों को खेलने का मौका देना शामिल है।