News4Bihar (सारण ) अमनौर–तरैया एसएच-104 स्थित जान गांव के पास मंगलवार की सुबह हुए स्कूल वैन हादसे के बाद अफरा-तफरी के बीच मानवता शर्मसार हो गई। सड़क दुर्घटना में घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाने वाले टोटो चालक को ही आक्रोशित भीड़ ने गलतफहमी में बेरहमी से पीट दिया। घायल टोटो चालक छोटे लाल सिंह पटेल (50 वर्ष), निवासी बिशुनपुर पिपराही, गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उनका सवाल था—“आख़िर मेरी गलती क्या थी? मैं तो बस बच्चों की मदद कर रहा था।” मंगलवार सुबह तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने डी पब्लिक स्कूल के बच्चों से भरी स्कूल वैन को सीधी टक्कर मार दी। हादसे में कई बच्चे घायल हो गए। सूचना मिलते ही गांव वाले दौड़ पड़े और बचाव कार्य में लग गए। कई बच्चों को अस्पताल पहुंचाने की जल्दबाजी में घायल बच्चों को टोटो में बैठा दिया गया, जिसे चला रहे थे छोटे लाल सिंह। छोटे लाल ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए स्वयं घायल बच्चों को उठाकर टोटो में बैठाया और फिर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल पहुंचने पर भीड़, चीख-पुकार और अफरा-तफरी के बीच गलतफहमी ने उन्हें निशाना बना दिया। भीड़ ने यह समझे बिना कि वही उन्हें बचाकर लाया है, टोटो चालक पर हमला कर दिया। पिटाई से वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद कई स्थानीय बुद्धिजीवियों और ग्रामीणों ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में भीड़ अक्सर आक्रोश में होती है, लेकिन अगर मदद करने वालों को ही सजा मिलेगी, तो आगे कोई कैसे करेगा सहायता? लोगों को ऐसी परिस्थितियों में संयम व सजगता रखने की जरूरत है।
घटना पर शिक्षक नवीन, पूरी, प्रभात सिंह, पंकज मिश्रा एवं पृथ्वी प्रसाद ने इसे दुखद और निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि हम सभी ग्रामीण बच्चों के बचाव में जुटे थे, परंतु ऐसी हरकत समाज को शर्मसार करती है।














