News4Bihar :किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत गलगलिया-अररिया राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-327E) के साबोडांगी चौक के समीप सर्विस रोड के बीचों-बीच अचानक धंसने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने इस घटना के लिए जीआर कंपनी की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि यदि सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा गया होता, तो यह हादसा टल सकता था। इस घटना से राहगीरों और स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि यदि यह हादसा रात के अंधेरे में हुआ होता, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना की जानकारी देते हुए सरपंच संघ के प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद जवारुल हक ने बताया कि वे स्वयं चार पहिया वाहन से कादोगांव बाजार से लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ। उन्हें सड़क के बीचों-बीच धंसने की जानकारी नहीं थी, जिसके कारण वे बाल-बाल बचे। उन्होंने कहा, “मेरे साथ भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो। यह सड़क अचानक कैसे धंस गई, इसकी गहन पड़ताल होनी चाहिए और दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।”
वहीं, पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रसमुद्दीन ने भी इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “दिन के उजाले में सड़क का इस तरह धंसना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। अगर यह घटना किसी पंचायत क्षेत्र में हुई होती, तो अब तक जांच शुरू हो चुकी होती। लेकिन चूंकि यह मामला बड़ी निर्माण कंपनी से जुड़ा है, क्या इसकी जांच होगी?” उन्होंने जिला पदाधिकारी विशाल राज से इस मामले की गहन जांच और लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी और लापरवाही के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। राहगीरों ने बताया कि इस सर्विस रोड का उपयोग रोजाना सैकड़ों लोग करते हैं, और इस तरह की घटना से उनकी जान को खतरा है। जिला प्रशासन से मांग की जा रही है कि सड़क की मरम्मत के साथ-साथ निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच हो, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
इस घटना ने एक बार फिर सड़क निर्माण में गुणवत्ता और जवाबदेही के मुद्दे को उजागर किया है। स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।