सारण – पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधे जरूरी हैं। ये हमें जीवन के लिए आक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं। धरा को हरा-भरा करने एवं जीवन को बचाने के लिए सबको पौधारोपण का संकल्प लेने की जरूरत है।ट्राइडेंट पब्लिक स्कूल मरहौरा, निदेशक सह प्रधानाध्यापक कर्मवीर सिंह के देख रेख में स्कूल के आस पास के सभी गांव में बच्चों और शिक्षको द्वारा वृक्षारोपण किया गया और सभी पेड़ को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया।अध्यक्ष नीतू गुप्ता ने कहा पर्यावरण और जीवन का अटूट संबंध है। पर्यावरण संरक्षण का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति का है। हमारे पूर्वजों द्वारा लगाए गए वृक्षों का लाभ हमें मिल रहा है। हमारे आस-पास हरियाली दिख रही है। इस कर्तव्य को पूरा करने का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति का है। पर्यावरण को बचाना सबकी जिम्मेदारी है।
पौधरोपण के बाद संरक्षण करना भी जरूरी : जंगल प्लानेट उपाध्यक्ष बिंदिया जयसवाल ।
जिसप्रकार शरीर को पोषण के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधों की आवश्यकता होती है। पेड़-पौधे पर्यावरण की अशुद्धियों को सोख लेते हैं और हमें शुद्ध प्राणदायिनी वायु देते हैं। इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पेड़-पौधे लगाने के बाद उनका संरक्षण करना भी बहुत अनिवार्य है।संस्थापक ई. विजय राज ट्राइडेंट पब्लिक स्कूल के छात्राओं और स्टाफ के साथ मिलकर स्कूल प्रांगण में पौधारोपण अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने स्कूल प्रांगण में दर्जनों पौधे लगाए और उनका संरक्षण करने का संकल्प भी लिया।
निदेशक सह प्रधानाध्यापक कर्मवीर सिंह ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है।ऋतु चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना अनिवार्य है। हमें पौधे का पेड़ बनने तक बच्चों की तरह संरक्षण करना चाहिए। पौधा पेड़ बनकर हमें फल देता है। वहीं एक पेड़ सैकड़ों जिंदगियां बचाने में सक्षम होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अज्ञानता और स्वार्थ के चलते पेड़ों की कटाई कर देते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।
पेड़-पौधे पशु-पक्षियों के प्राकृतिक आवास हैं। मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से अनेकों पशु-पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं। वहीं पेड़ों की कटाई से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। इसका असर पृथ्वी के प्रत्येक प्राणी पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना प्रत्येक मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी है। इसके लिए हमें आगे आना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए। पर्यावरण के संरक्षण के लिए हमें अपने जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। इस अवसर पर आरती कुमारी, वरुण सिन्हा वूशु सारण,मोटीवेटर रामबाबू कुमार, अरण्या, अर्णव कान्हा उपस्थित रहे।