लद्धाख में शहीद हुए वीर शहीदों की याद में रेजांगला शौर्य दिवस मनाया गया।

अमनौर(सारण)स्थानीय थाना क्षेत्र के अमनौर हरनारायण पंचायत स्थित डोमन छपरा यदुवंशी नगर गांव के मनरेगा भवन परिसर में शुक्रवार को रेजांगला युद्ध मे वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के याद में रेजांगला शौर्य दिवस मनाया गया। जहाँ कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने किया।सर्व प्रथम आए अतिथियो ने 114 अहिरान शहीद सैनिकों की याद में दीप जलाया,उनके स्मृति में पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए राजद के महासचिव विजय कुमार विद्यार्थी ने कहा कि भारतीय फौजियों ने लिखी थी रेजांगला की शौर्यगाथा।गोला बारूद खत्म होने के बाद भी बूट से मारकर हजारों सैनिकों को देश की सीमा से भगाया था। वहीं पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने कहा कि रेजांगला युद्ध 18 नवम्बर 1962 के वक्त दिवाली के दिन था।अहिरान के 114 सैनिकों ने चीन के साथ मुकाबला करके सबसे ऊंची चोटी पर शहादत की अमर गाथा लिखा।सरपँच महेश राय समाज सेवी पंकज कुमार यादव ने कहा कि 114 अहिरान शहीदों ने चीन के लगभग 13 सौ सैनिकों को मार भगाया था,यह वीरता है हमारे देश के जवानों का जिनकी बदौलत हम देशवासी अपने घरों में सुरक्षित है।इस मौके पर सरपंच रणधीर कुमार, शिक्षक मुकेश कुमार ,लाल बाबू राय, जगलाल राय, नीरज शर्मा,दशरथ राय,संजय राय समेत दो दर्जन से अधिक युवा किसान व शिक्षाविद उपस्थित हुए।

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