- सनातनियों के बीच रामचरितमानस, हनुमान चालीसा व दीप वितरण।
संवाददाता : रूपेश कुमार राज।
न्यूज4बिहार/सन्हौला: अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड स्थित बजरंगबली स्थान फरिदमपुर में भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर वृन्दावन धाम से पधारे कथा व्यास पंडित हरिनन्दन झा ने प्रवचन में कहा कि इस संसार की सृष्टि जिन्होंने की है, उस संसार बनाने वाले को ही मांग लो, भविष्य में कुछ भौतिक वस्तुएँ मांगने की जरुरत नहीं पड़ेगी। बजरंगबली पूजा समिति, फरिदमपुर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में श्री झा ने कहा कि भगवान श्री राम को चौदह वर्ष का वनवास हुआ था, लेकिन साढ़े पांच सौ वर्षों बाद भगवान राम अवध की धरती पर मानो अवतरित हो रहे हैं। इससे भारत ही नहीं विश्व में ख़ुशी की लहर है। कथा प्रसंग में उन्होंने कहा कि रामचंद्र जी के वनवास होने के बाद अयोध्या वासी चौदह वर्षो तक मानो उपवास में रहे, किसी ने चौदह वर्ष तक पैर में चप्पल नहीं पहने, घर में दीपक नहीं जलाये। राम चंद्र जी के वनवास से लौटने के बाद अयोध्या वासियों ने दीपावली मनाया। प्रवचन में उन्होंने राम जन्मोत्सव पर चर्चा करते हुए विस्तार से बताया कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं, जिसे आत्मसात करने की आवश्यकता है। कहा कि भगवान राम ने भाई के लिए राज गद्दी छोड़कर वनवास चले गए तो वहीं भाई भरत ने भगवान राम के वियोग में चौदह वर्ष तक राम को ही राजा मानकर उसके खड़ाऊं की पूजा करते रहे। यदि उनके आदर्श को अपने जीवन में उतारें तो भारत में स्वतः राम राज्य स्थापित हो जाएगा। भगवान राम ने वनवास जाकर सबरी, केवट, सुग्रीव सहित कई लोगों का उद्धार किया। कहा कि भगवान राम की लीला अपरम्पार है, उसके गुणों को थोड़ा सा भी हम सनातनी उतार लें तो हमारा बेड़ा पार हो जायेगा। भजन संध्या में जुटे सनातनी देर रात तक भजन में भाव विभोर होकर आनंद लेते रहे। इस मौके पर बजरंगबली पूजा समिति ने सभी सनातनियों के बीच रामचरितमानस, हनुमान चालीसा व पांच-पांच दीपक का वितरण किया। इस मौके पर बजरंगबली पूजा समिति के अध्यक्ष चंदन कुमार, सुशील कुमार शर्मा, विष्णुदेव मंडल, सचिव पंकज कुमार सिंह, महंत वीरेंद्र सिंह, अजय कुमार सिंह, जलधर मंडल, महेन्द्र मंडल, पूर्व वार्ड सदस्य पूरण मंडल, विभाकर पांडेय, शैलेन्द्र पांडेय, अमर सिंह, मांगन सिंह, विनय सिंह, सिंटू कुमार ने राम चरित मानस, हनुमान चालीसा व दीप वितरण समारोह में भाग लिया तथा कार्यक्रम की सफलता लिए देर रात तक डटे रहे। श्री वृन्दावन धाम से पधारे कथा व्यास पंडित हरिनंदन झा, ऑर्गन वादक – रंजन जी, पैड वादक – बबलू जी, नाल वादक रंजन जी, सहायक सुमन जी को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। मंदिर परिसर में भीड़ कम न हो, इसके लिए अलाव की व्यवस्था की गई थी। मौके पर उपस्थित सभी लोगों ने निर्णय लिया कि 22 जनवरी को पूरे गांव में दीपावली मनाई जायेगी, घर के बाहर, छत पर दीप, मोमबत्ती जलाया जायेगा,आतिशबाजी की जाएगी तथा 24 घंटे का हरेराम संकीर्तन शुरू किया जायेगा।