News4bihar: गर्मी बढ़ते ही चमकी बुखार पर लगातार चोट किया जा रहा है। जिला प्रशासन विभिन्न माध्यमों से चमकी पर प्रभावी नियंत्रण बनाए हुए है। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक के परिसर में चमकी बुखार को लेकर अपर निदेशक स्वास्थ्य विभाग अशोक कुमार ने निरीक्षण किया और स्वास्थ्य कर्मियों,आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका और एएनएम की बैठक आयोजित की। मौके पर प्रभारी डॉ संजय कुमार, बीसीएम लव कुश कुमार, बीएमसी कुमुद रंजन समेत आशा , एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक में चमकी बुखार पर विशेष ध्यान देने की बात बताई गयी। अपर निदेशक स्वास्थ्य विभाग अशोक कुमार ने निर्देश दिया कि सभी आशा , एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने पोषण क्षेत्र में सभी बच्चों का प्रत्येक दिन स्वास्थ्य का जायजा लेगी और बच्चों के परिजनों को चमकी बुखार को लेकर जागरूक करेंगी। वहीं इसकी माॅनेटरिंग प्रभारी डॉ करते रहेंगें। उन्होनें से 0 से 15 वर्ष के बच्चों का सर्वे कर प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया गया। प्रशिक्षण में उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण से जागरूकता फैलेंगी जिससे चमकी की धमकीं को आसानी से परास्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि एईएस व जेई एक प्राणघातक बीमारी है। लेकिन सही समय पर रोग का उचित प्रबंधन नहीं होने से बीमार बच्चों की मौत हो सकती है। क्योंकि बच्चों में ज्ञात और अज्ञात कारणों से भी चमकी बुखार जैसे लक्षण हो सकता हैं। हालांकि जापानी इंसेफेलाइटिस (मस्तिस्क ज्वर) सक्रमित मच्छर के काटने से होता है।