Rajasthan police solving complaints through social media victim gets response from tweet in just 2 hours

हाइलाइट्स

राजस्थान पुलिस और सोशल मीडिया
राजस्थान पुलिस का दावा तत्काल मिलती है राहत
राजस्थान पुलिस का ट्वीटर एकाउंट हो रहा है लोकप्रिय

विष्णु शर्मा.

जयपुर. आपने छोटी मोटी घटनाओं या परेशानियों के समय अक्सर लोगों को पुलिस (Police) से मदद पाने के लिए थाने के चक्कर लगाते देखा होगा. फरियादी थाने पहुंच भी जाए तो इसकी गारंटी नहीं है कि उसे पुलिस की तरफ से तत्काल रेस्पांस मिल जाए. लेकिन अब पीड़ित राजस्थान पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफार्म (Social Media Platform) के जरिए अपनी पीड़ा जताकर मदद मांग रहे हैं. यह कारगर भी साबित हो रहा है. राजस्थान पुलिस के सोशल मीडिया एकांउट्स का ट्रैक रिकॉर्ड भी इसकी सफलता की कहानी को बयां कर रहा है.

राजस्थान पुलिस के एडीजी (तकनीकी) सुनील दत्त के मुताबिक 18 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर ट्वीटर हैंडल पर एक हेल्प डेस्क शुरू की गई थी. इसका उद्देश्य था कि आमजन सोशल मीडिया के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करवा सकें. वह हेल्प डेस्क को टैग कर शिकायत दर्ज करवाता है. हेल्प डेस्क उस शिकायत को संबंधित जिला पुलिस या फिर उस पुलिस अफसर को बताता है. उसके बाद फीडबैक लेकर उस परिवादी को सोशल मीडिया के जरिए बताता है.

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अब तक करीब 35 हजार से ज्यादा शिकायतों का किया समाधान
एडीजी सुनील दत्त के मुताबिक हेल्प डेस्क की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 35 हजार से ज्यादा शिकायतों का समाधान पुलिस ने किया है. अब एक साल में औसत करीब 18 से 20 हजार शिकायतें आ रही है. जैसे ही शिकायत प्राप्त मिलती है. हम उस शिकायत को संबंधित जिला पुलिस को टैग करते हैं. यह उनकी जिम्मेदारी है कि उन्हें 2 घंटे में रेस्पांस देना होगा ताकि हम पीड़ित की शिकायत का सही वक्त पर समाधान करवा सकें.

60 तरह की समस्याएं हेल्प डेस्क पर बता रहे हैं फरियादी
एडीजी सुनील दत्त के अनुसार ज्यादातर शिकायतें एक्सीडेंट, घरेलू झगड़े, थानों में दर्ज मुदकमे और झगड़े के बारे में प्राप्त होती है. पुलिस की हेल्प डेस्क ने 60 तरह की शिकायतों को चिन्हित किया है. इनमें एक्सीडेंट, जानवरों पर अत्याचार, चेन स्नेचिंग, साइबर ठगी, मौत के मामले, घरेलू उत्पीड़न, सांप्रदायिक दंगे, गुमशुदा व्यक्ति, मॉब लिंचिंग, दुष्कर्म और ट्रेफिक से जुड़ी समस्याओं के अलावा कई अन्य समस्याएं हैं. 31 जनवरी 2023 तक पुलिस के सोशल मीडिया एकांउट पर फोलोअर्स के आंकड़ों पर नजर डाले तो ट्वीटर पर 753.K, फेसबुक पर 103.K, इंस्टाग्राम पर 44K और यूट्यूब 5K फॉलोवर्स हैं.

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