डेस्क: प्रधानमंत्री का अनुपम उपहार वंदे भारत रेल बगहा वासियों को महंगी साबित होने लगी है। यह गाड़ी प्रतिदिन गोरखपुर से पाटलिपुत्र के लिए आती-जाती है। इससे जाने में यात्रियों को अन्य गाड़ी या साधन के अपेक्षा समय की भी बचत होती है, लेकिन टिकट महंगी होने के कारण इसकी यात्रा आम यात्रियों की पहुंच से दूर होती जा रही है।
स्टेशन से मिली जानकारी के मुताबिक, कभी तीन चार तो कभी सात आठ यात्री बगहा से यात्रा करते हैं। प्रतिदिन औसतन पांच यात्रियों की यात्रा का परिणाम है कि गाड़ी की अधिकांश सीट व बर्थ खाली ही जाते हैं।
स्टेशन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रतिदिन करीब 250 सीट खाली ही रह जाती हैं। ऐसे में रेल यात्रियों का कहना है कि अगर सीट भरने के लिए यात्री नहीं मिलेंगे तो रेल को नुकसान होने लगेगा। नुकसान होने की स्थिति में गाड़ी बंद होने या मार्ग परिवर्तन की आशंका बढ़ जाती है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि अधिक से अधिक लोग बस या निजी साधनों से यात्रा की बजाय इसी गाड़ी से यात्रा करें, अन्यथा परिचालन में नुकसान होने के कारण गाड़ी का मार्ग परिवर्तन या परिचालन बंद होना संभव है।
दूसरी ओर, दोहरीकरण पूरा होने के बाद इस मार्ग में गाड़ियों की संख्या में होने वाली वृद्धि पर भी असर पड़ सकता है या लंबी दूरी की गाड़ियों का ठहराव होने में बाधा आ सकती है।

















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