न्यूज4बिहार:मशरक नगर पंचायत और प्रखंड क्षेत्र की महिलाओं ने रविवार को श्रद्धापूर्वक गोवर्धन पूजा और भैया दूज की। मौके पर विधिवत उपवास रख स्नान-ध्यान के बाद अपनी सुविधानुसार गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन की प्रतिमा बनाई। उसे फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया। बाद में पूजा की थाल सजाकर परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना की। यह पर्व भाई बहन के प्रेम, स्नेह और सुरक्षा के अटूट बंधन का प्रतीक हैं। इस दिन परिवार में एकजुटता और स्नेह का माहौल होता है। बहनों ने भाई की सफलता की कामना की वहीं भाईयों ने भी बहनों की सुरक्षा का वादा किया। मौके पर आचार्य टुन्ना बाबा ने कहा कि पूजा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन की कथा सुनना जरूरी है। क्योंकि धार्मिक मान्यता के अनुसार बिना कथा श्रवण के पूजा अधूरी मानी जाती है। बाद में पुजारियों ने श्रद्धालुओं को गोवर्धन पूजा की मार्मिक कथा सुनाई। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र के कोपभाजन बनने से ब्रजवासियों की रक्षा की थी और देवराज इंद्र के घमंड को चूर किया था। तभी से सनातन संस्कृति में गोवर्धन पूजा करने का विधान अबतक जारी है।