News4Bihar/ किशनगंज : एआईमआईम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर गत बुधवार रात 9:15 बजे, वक्फ बिल के खिलाफ लोगों ने बत्ती गुल कर एक अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का असर ठाकुरगंज प्रखंड के विभिन्न इलाकों में साफ नजर आया, जहाँ लोगों ने अपने-अपने घरों की बत्तियाँ बंद कर इस विवादास्पद बिल के खिलाफ एकजुटता के साथ आवाज उठाई।
आंदोलन का मुख्य उद्देश्य सरकार के उन निर्णयों के खिलाफ अपनी असहमति जताना था, जिन्हें लोग ‘काला कानून’ मानते हैं। एआईमआईम के सीमांचल युवा संगठन के प्रभारी और मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष गुलाम हसनैन ने मीडिया से बातचीत में कहा, “पार्टी के आला कमान का आदेश था कि सभी कार्यकर्ता व समर्थक इस समय अपने घरों में रोशनी बंद करें। इस आदेश का पालन करते हुए हमने यह सुनिश्चित किया कि हमारा विरोध सरकार के सामने स्पष्ट रूप से प्रस्तुत हो।”
इस आंदोलन में शामिल कई लोगों ने साझा किया कि वे वक्फ बिल को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनके धार्मिक अधिकारों और वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को प्रभावित कर सकता है। प्रदर्शनकारियों ने एकजुटता से यह संकल्प लिया कि वे इस बिल के विरोध में अपनी आवाज उठाते रहेंगे।
इस बत्ती गुल आंदोलन के जरिए, स्थानीय लोगों ने न केवल अपने असंतोष को व्यक्त किया बल्कि यह भी प्रदर्शित किया कि वे एक साथ खड़े होकर अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आलम यह था कि प्रखंड के कई वार्डों में अंधेरा छा गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह आंदोलन लोगों की एकजुटता का प्रतीक है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। यह केवल एक रात का विरोध नहीं है, बल्कि एक शुरुआत है। अगर हमें हमारी आवाज का सही रूप में सम्मान नहीं मिलेगा, तो हम आगे भी इसी तरह के प्रदर्शन करेंगे।”
इस बत्ती गुल अभियान की सराहना करते हुए, कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज में जागरूकता फैला रहा है। सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के बीच बढ़ती संवाद की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है, ताकि ऐसे मुद्दों पर सभी संबंधित पक्ष एक साथ मिलकर काम कर सकें।
आने वाले दिनों में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या सरकार इस तरह के विरोध प्रदर्शनों के प्रति कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी या इसे अनदेखा कर देगी। इस आंदोलन के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, कई लोग अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि यह वक्फ बिल के संबंध में व्यापक चर्चा का कारण बनेगा, जिससे अंततः कोई समाधान निकल सके।