अब ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिल रही है 151 प्रकार की मेडिसिन

• एचडब्ल्यूसी पर 14 प्रकार की जांच की सुविधा उपलब्ध
• गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए विभाग संकल्पित.
• वाहनों के माध्यम से पहुंचाया जाता है दवा
News4Bihar/छपरा: शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अंतिम पंक्ति तक के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग और बिहार सरकार कृत-संकल्पित है। इस दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की गयी है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि मरीजों को इलाज के साथ-साथ शत-प्रतिशत निशुल्क दवा भी उपलब्ध करायी जाये। यही कारण है कि अब पंचायत स्तर पर संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी शत-प्रतिशत दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 प्रकार की दवा उपलब्ध करायी जा रही है। ताकि मरीजों को इलाज के बाद बाहर से दवा नहीं खरीदना पड़े। इसके साथ इन सेंटरों पर 14 प्रकार के डाग्योनेस्टिक जांच की सुविधा उपलब्ध है। हीमोग्लोबिन, डायबिटिज, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप, फाइलेरिया , डेंगू, यूरिन , प्रीग्नेंसी , सोडियम , एचआईवी ,हेपटाइटिस ,मलेरिया, सिप्लिस, वाटर टेस्टिंग, टीबी कैंसर स्क्रीनिंग आदि की जांच करना है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है, और इसके लिए विभाग संकल्पित है। स्वास्थ्य विभाग की यह पहल खासकर उन क्षेत्रों में लाभकारी साबित हो रही है, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी थी। बिहार सरकार के इस प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को अब इलाज के साथ-साथ उचित दवाएं और परीक्षण सेवाएं भी मिल रही हैं, जिससे उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान अधिक प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर “जन आरोग्य समिति” का गठन किया जा चुका है। इसके माध्यम से इन केंद्रों पर उपचार के लिए आने वाले लोगों को सामान्य चिकित्सा से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध करायी जानी हैं।
अब बाहर से नहीं खरीदनी पड़ती है दवाएं
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर प्राथमिक रूप से सभी बीमारी की ईलाज होती है वही रेफर किए गए मरीज को के लिए फॉलोअप की दवा उपलब्ध रहता है। फॉलोअप में विशेष कर नॉन-कम्युनिकल (गैर संचारी रोग) जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर ,हृदय रोग, कैंसर, दमा एवं सांस आदि बीमारियां गैर संचारी रोगों की श्रेणी के प्रमुख घातक बीमारियां है। इन बीमारियों के फॉलोअप की दवा सभी एचडब्ल्यूसी में उपलब्ध है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य तौर पर आम मरीजों को बड़े अस्पताल या किसी अन्य दवा स्टोर पर जाने की जरूरत नहीं होती है मरीजों को स्थानीय स्तर पर हेल्थ बोलने सेंटर पर ही सभी दवाई उपलब्ध हो जाती है।

नि:शुल्क औषधि वाहन से पहुंचायी जाती है दवा:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि दवा की उपलब्धता शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार दवा वाहन उपलब्ध कराए गये है। जिसके माध्यम से अब जिला स्तर से प्रखंड स्तर और प्रखंड से पंचायत स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों को नि:शुल्क औषधि वाहन के माध्यम से दवा पहुंचायी जा रही है। एक बड़ा वाहन और 3 छोटा वाहन राज्य स्तर से उपलब्ध कराया गया है। जिसके माध्यम से दवा पहुंचाया जा रहा है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलती हैं ये सेवाएं:
1. प्रसव पूर्व जांच
2. नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
3. बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
4. परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
5. राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन
6. बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन
7. गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन
8. नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
9. मौखिक स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
10. वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं
11. सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
12. मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन

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