• सारण में 12 लाख से अधिक लाभार्थियों का बना आयुष्मान कार्ड.
• मुख्यमंत्री सात निश्चय पार्ट-2 के महत्वकांक्षी कार्यक्रम में है टेलीमेडिसिन.
• प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने की स्वास्थ्य विभाग के योजना की समीक्षा.
• मुख्यमंत्री जन-आरोग्य योजना के तहत पांच लाख तक मुफ्त इलाज.
छपरा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के तहत बुधवार को छपरा पहुंचें। जहां उन्होने विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा, उद्धाटन और शिल्यान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई विभागों के योजनाओं की समीक्षा की। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की गयी। जिसमें बताया गया कि ई-संजीवनी ओपीडी टेलीमेडिसिन कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्पोक के रूप मे तथा इस कार्यक्रम से जुडे चिकित्सक हब के रूप में कार्य करते है। इसके माध्यम से स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर आये हुए मरीजो को वहाँ कार्यरत ए०एन०एम० और सी०एच०ओ० मोबाईल फोन के माध्यम से हब पर उपस्थित चिकित्सक से सम्पर्क करवाते है तथा चिकित्सक मरीज को ऑनलाईन चिकित्सकीय परामर्श देते है एवं दवा लिखते है। इसके उपरांत मरीज को स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर से दवा दी जाती है। इस कार्यक्रम से मरीजो को ग्रामीण स्तर पर चिकित्सकीय परामर्श एवं दवा प्राप्त हो जाती है, जिससे उनके समय एवं आने-जाने का खर्च की बचत होती है। वहीं मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने बाल हृदय योजना के लाभार्थियों से भी संवाद किया। बाल हृदया योजना मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। जिसके तहत दिल में छेद वाले बच्चों को नया जीवनदान मिल रहा है। बच्चों का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जाता है।
मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के 5 लाख मुफ्त इलाज:
साथ ही मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के वैसे सभी लाभार्थी परिवार जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना में आच्छादित नहीं हैं। उन्हें भी देशभर के पीएम आरोग्य योजना से सूचीबद्ध सरकारी एवं निजी अस्पतालों में कैशलेस एवं पेपरलेस व्यवस्था के तहत प्रतिवर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को संस्थागत ईलाज के क्रम में Out of pocket expenditure (OOPE) से मुक्त कराना तथा ईलाज के क्रम में उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा उपलब्ध कराना है। राज्य में योजना का क्रियान्वयन ट्रस्ट मोड में राज्य स्वास्थ्य अभिकरण के रूप में रबिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समितिश् द्वारा किया जा रहा है। सारण जिले में अब तक कुल 12 लाख 2 हजार 996 लाभार्थियों का कार्ड बनाया गया है। सारण में आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध विभिन्न अस्पतालों में अब तक 46357 लाभार्थियों का इलाज हुआ है।
आयुष्मान वय-वंदना योजना:
29/10/2024 को 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिको को आयुष्मान योजना में शामिल किये जाने का शुभारम्भ किया गयाए जिसके अन्तर्गत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को चाहे उसकी समाजिक आर्थिक स्थिति कुछ भी हो आयुष्मान वय वंदना कार्ड से अच्छादित किया जाना है। 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वैसे राशन कार्ड धारी जिनका पूर्व में आयुष्मान कार्ड बना हुआ है उसे फिर से नया वय वंदना कार्ड बनाना जरूरी है ताकि उन्हें अतिरिक्त 5 लाख रू तक का निःशुल्क चिकित्सीय लाभ मिल सके। सारण जिले में अब 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 4171 लाभार्थियों का कार्ड बनाया जा चुका है।