दो सदस्यीय टीम ने विभिन्न विभागों का गहनता से किया असेस्मेंट

●कायाकल्प प्रमाणीकरण को लेकर एक्सट्रनल टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एकमा का किया मूल्यांकन.

• आठ बिन्दुओं पर किया गया सीएचसी का असेस्मेंट.

• कायाकल्प योजना से बदल रही है स्वास्थ्य केंद्रों की तस्वीर.

News4Bihar/छपरा:  कायाकल्प भारत सरकार के स्वास्थ्य व कल्याण विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण संबंधी मानकों को मजबूती प्रदान करना है। इसी कड़ी में सारण जिले के एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम ने कायाकल्प प्रमाणीकरण को लेकर असेस्मेंट किया। इस टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति पटना से भावना कुमार, यूनिसेफ से राजकमल शामिल थे। टीम ने अस्पताल का साफ-सफाई व स्वच्छता संबंधी इंतजाम, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, संक्रमण नियंत्रण संबंधी उपाय व चिकित्सकीय उपकरणों के रख-रखाव संबंधी इंतजाम का बारिकी से मुआयना किया। टीम के सदस्यों ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कायाकल्प योजना की शुरूआत की गयी है। विभिन्न स्तरों पर अनुश्रवण व मूल्यांकन के बाद संबंधित संस्थान को कायाकल्प प्रमाणीकरण प्राप्त होता है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को विभिन्न श्रेणियों के तहत प्रोत्साहन व प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाता है।कायाकल्प योजना के तहत पहले इंटरनल एसेसमेंट, दूसरे चरण में पियर एसेसमेंट व तीसरे चरण में राज्य स्तरीय विशेष टीम द्वारा संस्थान का एसेसमेंट किया जाता है। सीएचसी में बेहतर हुई व्यवस्थाओं को देखा गया। जिसमें ओपीडी, आइपीडी, लेबर रूम, फार्मेसी, किचन, इमरजेंसी, हर्बल गार्डन, प्ले ग्राउंड, सहयोगी सेवाओं सहित बाउंड्री व अस्पताल के आसपास व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया है। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गंगा सागर बिन्दु, स्वास्थ्य प्रबधंक वाहिद अख्तर, बीसीएम प्रियंका कुमारी समेत अन्य नर्स और कर्मी मौजूद थे।

बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुई कायाकल्प योजना:

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने मुख्य रूप से तीन तरह की सुविधाओं पर फोकस किया है। जिसके तहत स्वच्छता(हाईजीन), बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटल इंफेक्शन, मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों का उत्तम व्यवहार , जिस पर अस्पताल प्रशासन को कार्य करना शामिल है। सामान्य अस्पताल के सभी वार्डों में स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मचारियों द्वारा इलाजरत मरीजों या आने वाले अभिभावकों के साथ अच्छा व्यवहार बनाए रखने का निर्देश दिया गया है । मरीजों से मिलने का समय भी निर्धारित किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में पीने के लिए स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है।

प्रथम स्थान आने पर मिलेगा एक लाख रूपये:

कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप निर्धारित मापदंड के आधार पर विकसित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम सामूहिक रूप से प्रयास कर रहा है। दरअसल कायाकल्प कार्यक्रम के तहत अव्वल सेवा व सुविधा और व्यवस्था वाले अस्पताल को प्रथम स्थान पाने पर अस्पताल प्रबंधन को 1 लाख रुपए का इनाम मिलेगा। द्वितीय स्थान आने पर 50 हजार रुपया मिलता है। तृतीय स्थान हासिल करने वाले स्वास्थ्य केंद्र को 35 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कायाकल्प योजना के अंतर्गत अस्पतालों में स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, और अस्पताल संक्रमण नियंत्रण जैसे मानकों का पालन अनिवार्य है। इन मानकों के आधार पर अस्पतालों का मूल्यांकन किया जाता है, और अच्छे प्रदर्शन पर उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना, और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार और आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण के कारण मरीजों का विश्वास स्वास्थ्य विभाग में बढ़ा है।

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