असम में सारण के युवक की संदिग्ध मौ-त — जांच-मुआवजे को लेकर शैलेंद्र प्रताप का तीखा तेवर!

इसुआपुर/सारण:असम के तिनसुकिया स्थित एक ईंट-भट्ठे की चिमनी पर काम करने वाले सारण जिले के इसुआपुर प्रखंड के रामपुर अटौली निवासी मुद्रिका महतो की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

मृतक के परिजनों से मिलने और मामले की गंभीरता को देखते हुए तरैया विधानसभा के राजद के पूर्व प्रत्याशी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने एक प्रतिनिधिमंडल भेजा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राजवंशी महतो ने किया, जिसमें जयप्रकाश महतो, रामलखन महतो और अजय महतो शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने शोकाकुल परिवार से मिलकर सांत्वना व्यक्त की तथा घटना की असम व बिहार सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई। साथ ही ईंट-भट्ठा मालिक से उचित मुआवजे की व्यवस्था कराने का भरोसा दिया।

इस दुखद घटना पर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि “बिहार के मजदूरों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में भटकना पड़ रहा है। इससे बड़ी विडंबना और क्या हो सकती है? बिहार सरकार अगर शपथ ग्रहण के जश्न से बाहर आ चुकी हो, तो ऐसे गरीब परिवारों की पुकार भी सुने, जो रोज़ी-रोटी की तलाश में अपनी जिंदगी तक खो बैठते हैं और अंत में सिर्फ एक आंकड़ा बनकर रह जाते हैं।”

उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और त्वरित मुआवजा देने की मांग करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर तत्काल राहत नहीं मिली, तो “आंदोलन ही अंतिम विकल्प होगा।”

पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर गहरी नाराज़गी है और ग्रामीणों ने भी न्याय की मांग की है।