News4Bihar | कटिहार अमदाबाद थाना क्षेत्र के दुर्गापुर पंचायत अंतर्गत बहरसाल गोविंदपुर गांव में कोसी नदी में हुए एक हृदय विधायक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। नदी के धार में चल रही टीन से बनी छोटी नाव जिसे स्थानीय भाषा में नैनो नाव कहा जाता है, अचानक पलट गई। इस हादसे में दादा और उसकी 2 वर्षीय पोती की डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों के अनुसार 49 वर्षीय अशोक मंडल अपनी 2 वर्षीय पोती रचित मंडल के साथ नदी पार कर मक्का के खेत देखने जा रहे थे। खेत नदी के उस पार स्थित था। जिसके लिए दोनों नाव के सहारे कोसी नदी पार कर रहे थे। इसी दौरान नदी की तेज धारा और असंतुलन के कारण नाव पलट गई। नाव पलटते ही दोनों गहरे पानी में समा गए। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने शोर सुनकर बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक दोनों नदी में डूब चुके थे। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की काफी मशक्कत के बाद दादा और पोती दोनों के शव को बरामद कर लिए गए। शव मिलते ही परिजनों का चीत्कार पूरे गांव में गूंज उठा। मां-बाप का रो रो कर हाल बेहाल है। वही गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना की जानकारी देते हुए वार्ड सदस्य पप्पू यादव ने बताया कि अशोक मंडल अपनी पोती के साथ खेत देखने जा रहे थे। नाव काफी छोटी और असुरक्षित थी। कोसी नदी की धार तेज होने के कारण नाव संतुलन नहीं बना पाई और पलट गई। उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए सुरक्षित नाव व्यवस्था करने की मांग की। सूचना मिलने के बाद अमदाबाद थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस हादसे ने एक बार फिर कोसी नदी में नाव से आवागमन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल ऐसी घटनाएं जानलेवा साबित हो रही है लेकिन अब तक ठोस व्यवस्था नहीं हो पाई है।
















