Breaking news: ह-त्याकांड में बड़ा खुलासा, कब्र से निकाला गया शव, पोस्टमार्टम के बाद खुल सकते हैं कई राज

News4Bihar कटिहार आजमनगर थाना क्षेत्र के सिकटिया गांव में मृतक मोहम्मद असद के शव को कब्र से बाहर निकाला गया। यह कार्रवाई मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी कटिहार के आदेश पर की गई। पूरे मामले की निगरानी के लिए आजमनगर के सीईओ रिजवान आलम को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति किया गया था। दंडाधिकारी और पुलिस की मौजूदगी में शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। गौरतलब है कि मृतक असद के पिता मोहम्मद मन्नान ने अपने बेटे की मौत पर सवाल खड़े करते हुए पोस्टमार्टम की कानूनी मांग की थी। इसके लिए उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया कोर्ट में दायर परिवाद में मन्नान ने मुखिया मोहम्मद तालिब, मोहम्मद तहज और मोहम्मद तस्सवर पर हत्या का आरोप लगाया था। न्यायालय के आदेश के बाद आजमनगर थाने में मुखिया तालिब सहित तीन अन्य के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। शव निकालने की कार्रवाई के दौरान गांव में भारी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में रहा। मृतक असद के पिता पूरी प्रक्रिया के दौरान मौके पर बने रहे। ग्रामीणों में उम्मीद जताई जा रही है की इस कार्रवाई के बाद असद की मौत से राज सामने आ सकेंगे और न्याय की दिशा तय हो पाएगी। दंडाधिकारी सह सीओ रिजवान आलम ने पुष्टि की की न्यायालय के निर्देश के आलोक में शव को विधिवत कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इधर मृतक के पिता मोहम्मद मन्नान का आरोप है कि इस हत्याकांड में आदिल, तहजुल, तहजुल का बेटा और मुखिया मोहम्मद तालिब शामिल है। मन्नान का आरोप है कि मुखिया तालिब ने कुछ रुपए लेकर मामले को रफा दफा करने का दावा भी बनाया था। उन्होंने बताया कि घटना 10 सितंबर को हुई थी और 12 सितंबर 2025 को असद का शव बिना किसी मेडिकल जांच के जल्दबाजी में दफना दिया गया था। मन्नान के अनुसार शव दफनाने के एक दिन बाद पंचायत भी बुलाई गई थी। जिसमें मामले को दबाने की कोशिश की गई। गांव में अब पूरा मामला तूल पड़ चुका है और लोगों की नजरे पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है। ग्रामीणों को उम्मीद है की रिपोर्ट आने के बाद असद की मौत की सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।