News4Bihar: कटिहार के मनिहारी नगर पंचायत के वार्ड संख्या 8 स्थित सिग्नल टोला में गंगा का पानी इस कदर तबाही मचा रहा है कि करीब 400 परिवारों के हज़ार से ज्यादा लोग अपना घर-बार छोड़ रेलवे बांध पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से घर आंगन से लेकर चूल्हा-चौका और शौचालय तक कमर से ऊपर पानी में डूबे हैं। बाढ़ के पानी ने रसोई की आग बुझा दी, बच्चों की हंसी छीन ली, और बुजुर्गों के चेहरों पर चिंता की लकीरें गहरी कर दीं। रेलवे बांध किनारे तिरपाल और बांस की टहनियों से बने अस्थाई ठिकानों में लोग जैसे-तैसे दिन गुज़ार रहे हैं। महिलाओं और बच्चों की मुश्किलें सबसे ज्यादा बढ़ गई हैं, खाना बनाने से लेकर शौच के लिए जाना तक एक जंग जैसा बन गया है।स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन इस भीषण संकट में भी हाथ पर हाथ धरे बैठा है। न पीने का साफ पानी, न खाने का इंतज़ाम, और न ही बीमारों के इलाज के लिए कोई मेडिकल टीम। मजबूरी में लोग खुले आसमान के नीचे, भूख और बीमारी के साए में जिंदगी काट रहे हैं। वार्ड पार्षद बेचन सिंह ने जिला प्रशासन से पेयजल के टैंकर, अस्थाई शौचालय, पॉलिथीन शीट्स, सुखा राशन और सामुदायिक किचन की तुरंत व्यवस्था करने की मांग की है। चेतावनी दी है कि अगर राहत कार्य तुरंत शुरू नहीं हुए, तो सिग्नल टोला में भूख, बीमारी और लापरवाही, तीनों मिलकर एक और बड़ी त्रासदी को जन्म देंगे। फिलहाल, सिग्नल टोला के लोग बाढ़ के पानी में ही नहीं, बल्कि भूख, बीमारी और प्रशासनिक चुप्पी में भी डूबे हुए हैं।
