News4Bihar: मशरक का बहरौली पंचायत आज विकास में आत्मनिर्भर है। क्योंकि यहां के मुखिया की सोच केवल विकास को लेकर है। वही इनकी अच्छी सोच के कारण ही यहां के मुखिया ने निजी खर्चे से घोघाड़ी नदी पर पुल का निर्माण करवा कर, आसपास के कई गांवों को आत्मनिर्भर बना दिया।
मशरक प्रखंड से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है प्रखंड का विकासशील पंचायत बहरौली, जिसकी आबादी दो हजार के करीब है वही पंचायत के एक किनारे से घोघाड़ी नदी गुजरती है जिसके उस पार बहादुरपुर, कवलपुरा, बंगरा, पदमपुर, पदमौल, सपही , डुमरसन समेत दर्जनों गांव हैं। वही इन दोनों गांवों को जोड़ने के लिए नदी पर पुल नहीं रहने और जो पुल हैं उसकी दूरी ज्यादा रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
वही बहादुरपुर गांव में उच्च विद्यालय, इंटर कॉलेज समेत ग्रामीण बैंक हैं। बहरौली गांव के लोगों को जानें के लिए 4 किलोमीटर की दूरी फेरा कर कवलपुरा गांव होकर जाना पड़ता है। वही बहरौली के ग्रामीणों की खेती की जमीन भी नदी उस पार हैं।
बहरौली पंचायत के मुखिया अजीत सिंह ने घोघाड़ी नदी पर पुल के लिए सांसद, विधायक ,एमएलसी सभी से कई बार गुहार लगाया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। फिर निराश होकर मुखिया अजीत सिंह ने हार नहीं मानी और थक हार कर निजी राशि खर्च कर घोघाड़ी नदी पर पुल बनवाया जिसका निर्माण कार्य अभी चल रहा है। वही पुल से आने जाने वाले लोगों ने बताया कि पुल बन जानें से दर्जनों गांवों को आने जाने में आसानी होगी।