Assembly Election Results 2023: त्रिपुरा-नागालैंड- मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। हालांकि रुझानों में अभी तक किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, लेकिन मेघालय में पहली बार चुनाव लड़ रही टीएमसी ने हर को हैरान कर दिया है। दो दिन पहले मेघालय टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष चार्ल्स पिंग्रोप ने कहा था, “मैं एग्जिट पोल में विश्वास नहीं करता, लेकिन यह हमारी रीडिंग है कि टीएमसी पूर्ण बहुमत प्राप्त करके अकेले मेघालय में सरकार बनाएगी। वहीं, बीजेपी नेता अंकुर झुनझुनवाला ने कहा था कि एग्जिट पोल से साफ है कि मेघालय में बीजेपी का जनाधार बढ़ता जा रहा है। लोगों को पार्टी सबसे स्वीकार्य लग रही है और वे वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए हमारी ओर देख रहे हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को 832 मतों के अंतर से बोरडोवली निर्वाचन क्षेत्र से हराया।
रुझानों में त्रिपुरा में बीजेपी को 34 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है यानी पार्टी ने रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं लेफ्ट 13, टीएमपी 12 सीटों पर आगे चल रहे हैं और त्रिपुरा के सीएम मानिक साहा बारदोवली सीट से आगे चल रहे हैं।
त्रिपुरा में राजघराने के प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने चुनाव से पहले टिपरा मोथा पार्टी बनाई है। इस चुनाव में प्रद्योत की पार्टी शानदार प्रदर्शन करती दिख रही है। टिपरा मोथा 13 सीटों पर आगे चल रही है और ये किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
त्रिपुरा की धनपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रतिमा भौमिक आगे चल रही हैं। बता दें कि ये लेफ्ट का गढ़ रहा है।
मेघालय में सीएम कोनराड संगमा पीछे चल रहे हैं और उनकी पार्टी एनपीपी 19 सीटों पर आगे चल रही है। बीजेपी 6, कांग्रेस 1 सीट पर आगे चल रही है और अन्य 11 सीटों पर आगे चल रही है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार त्रिपुरा में बीजेपी 28 सीटों पर, टिपरा मोथा पार्टी 11 सीटों पर, कांग्रेस 6 सीटों पर आगे चल रही है और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 11 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है. मतों की गिनती अभी जारी है।
बता दें कि 2018 मेघालय विधानसभा चुनाव में नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस ने 21 सीटों पर और बीजेपी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी तो वहीं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) ने छह विधानसभा क्षेत्रों में परचम लहराया था। हालांकि, एनपीपी ने बीजेपी, यूडीपी और अन्य क्षेत्रीय दलों के समर्थन से सरकार बनाई थी।