राजकीय सम्मानित शिक्षक राजीव रंजन के पुत्र सेना में बने लेफ्टिनेंट

  • लेफ्टिनेंट रवि रंजन असम रेजीमेंट में भारतीय सेना का करेंगे नेतृत्व

जहानाबाद। शहर के मलहचक मोहल्ला के 22 वर्षीय रवि रंजन शनिवार को इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद से नवाजे गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर एवं सेना के बड़े पदाधिकारियों की मौजूदगी में राजकीय सम्मानित शिक्षक पिता राजीव कुमार रंजन और माता शांति देवी ने पासिंग आउट परेड के बाद स्टार लगाकर लेफ्टिनेंट के पद से रवि रंजन को नवाजा। उनके साथ ही कुल 377 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए इनमें से 288 भारतीय कैडेट्स लेफ्टिनेंट बनकर थल सेना में शामिल हुए। इस बाबत शिक्षक राजीव रंजन ने बताया कि रवि रंजन बचपन से ही होनहार है। उसकी प्रारंभिक शिक्षा जहानाबाद मुख्यालय के निजी स्कूल में शुरू हुई। उसके बाद आठवीं कक्षा में रवि रंजन का चयन राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून में हुआ। वहीं पर 12वीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की, जिसके बाद जुलाई 2018 में उसका चयन एनडीए में हो गया। फिर उसने 3 वर्षों तक खड़कवासला महाराष्ट्र में नेशनल डिफेंस एकेडमी में प्रशिक्षण लिया। 3 वर्षों के प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत एक वर्ष तक इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में प्रशिक्षण प्राप्त किया, जहां से पास आउट होकर अब असम रेजीमेंट में भारतीय सेना परिवार का नेतृत्व कर देश सेवा करेंगे। उन्होंने बताया कि भाई में अकेला रवि रंजन की दो बड़ी बहने हैं, जिनके खुशबू मगध यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एमए उत्तीर्ण है तो पूजा कुमारी शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद एमएससी कंप्यूटर साइंस का फाइनल वर्ष में है। पिता ने बताया कि सेना का नेतृत्व करना परिवार के लिए गौरवान्वित पल है। इधर रवि ने इस कामयाबी का श्रेय राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून के अध्यापकों, माता-पिता एवं दादी की मार्गदर्शन और अपने दादा स्व शिक्षक चंद्रदेव सिंह एवं नाना स्व सिया शरण प्रसाद के आशीर्वाद को दिया।

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