गौ रक्षा हमारा कर्तव्य, गौ पालन व गौ सेवा समद्धि का द्योतक – पंडित कृष्णदास पाठक।

  •  गौ पालन से वातावरण में आती है सकारात्मकता – बाल व्यास।
  • श्री राम कथा के चौथे दिन बाल लीला की झांकी देख भाव विभोर हुए श्रद्धालु।

रिपोर्ट : सुमन कुमार सन्हौला।

कहलगांव अनुमंडल अंतर्गत सनोखर शिव मंदिर प्रांगण में चैती दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर आयोजित संगीतमय श्री राम कथा के चौथे दिन मंगलवार को वृंदावन से पधारे बाल व्यास पंडित कृष्ण दास पाठक जी ने गौ सेवा ,गोपालन एवं गौ रक्षा के महत्व का विस्तार पूर्वक वर्णन किया । उन्होंने कहा कि शास्त्रों और पुराणों में भी गाय को माता के समान माना गया है । हमारे ऋषि-मुनियों ने प्राचीन काल से ही गौमाता को विशेष महत्व दिया है ।आधुनिक वैज्ञानिक युग में भी मेडिकल साइंस ने गाय के विभिन्न उत्पादों यथा गोमूत्र ,दूध ,गोबर आदि पर शोध कर इनके महत्व को माना है। शास्त्र के अनुसार जिस घर में गौ पालन एवं गौ सेवा की जाती है ,उनके घर समृद्धि आती है। गौ पालन से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। गाय पर प्रतिदिन हाथ फेरने मात्र से कई असाध्य रोगों से हमें मुक्ति मिलती है । उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति की रक्षा और समृद्धि के लिए प्रत्येक घरों में गौ पालन करना चाहिए। कथा का प्रारंभ आरती व भजन के साथ हुआ।कथा के दौरान श्री राम जी की बाल लीला की झांकी देख कर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। भगवान श्री राम जी की बाल लीलाएं, विश्वामित्र जी के साथ भगवान का वन गमन आदि प्रसंग का वर्णन करते हुए व्यास जी द्वारा गाए विभिन्न भजनों को सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। कथा के पश्चात आयोजक समिति द्वारा श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया। मौके पर यजमान रॉकी केसरी, शिव शक्ति सेवा समिति के अध्यक्ष विपिन यादव ,कोषाध्यक्ष मोतीलाल भगत ,सचिव सुनील साह, प्रदीप साह, गुंजन साह, धर्मेन्द्र मिश्र, भुमेश्वर बाबा, बादल , छोटेलाल सिंह के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे ।

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