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सोनपुर मेला क्षेत्र में अतिक्रमण के कारण सड़क मार्ग हुआ संकीर्ण

  • सड़क मार्ग संकीर्ण होने से राहगीरों को आवागमन में होती परेशानी।

न्यूज4बिहार/सोनपुर – राज्य सरकार अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर एक से बढ़कर एक नियम कानून को कठोरता के साथ पालन करने के अपने अधीनस्थ अधिकारियों को चेतावनी पर चेतावनी देते चली जा रही हैं लेकिन इसका कोई प्रभाव अंचलाधिकारी सोनपुर पर नहीं पड़ रहा है । प्रतिवर्ष हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला लगने के पूर्व सोनपुर मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाता था । लेकिन वर्ष 2020 –21 दो वर्ष लगातार मेला नहीं लगने के कारण मेला क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों द्वारा सड़क के दोनों किनारे अंगद की तरह पांव जमा लिया है ।

मेला क्षेत्र में सड़क के दोनों तरफ मवेशियों को बांध कर रखा जाता है इतना ही नही बल्कि बांस बल्ला गाड़कर अतिक्रमण किया जाता था लेकिन अब लोहे के चदरा का गुमटी बनाकर भी रख दिया जाता है । सड़क के दोनों किनारे अतिक्रमण हो जाने के कारण सड़क मार्ग संकीर्ण हो गया है । प्रशासन की गाड़ी हर रोज दौड़ती है लेकिन अंचल कार्यालय से अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर हटाने की चेतावनी नहीं दिया जा रहा है । सड़क किनारे जहां मवेशी बांधा जाता है वहां गाढ़ा और कीचड़ बन गया है । अतिक्रमण का नजारा हरिहरनाथ द्वार से हरिहरनाथ मंदिर ,हनुमान मंदिर ,राधे -कृष्ण मंदिर ,लोक सेवा आश्रम मठ मंदिर होते कालीघाट तक तथा ग़ोला बाजार के गौतम चौक से लेकर नगर पंचायत कार्यालय होते हुए पुरानी गंडक पुल तक अतिक्रमण ही अतिक्रमण दिख रहा है । बाबा हरिहरनाथ मंदिर के ठीक सामने सड़क पर इस कदर अतिक्रमण कर लिया गया है कि बाहर से गाड़ी पूजा कराने के लिए आये भक्तों को गाड़ी भी हरिहर नाथ बाबा के सामने ठीक से खड़ा नहीं हो पाता है । नया चार व छः ,दस चक्के के वाहन का पूजा तो पीपल के पेड़ के पास ही कराया जाता है । जहां मनमाने ढंग से ब्राह्मण पहुंचकर गाड़ी वाला को पॉकेट ढीला कर देते हैं। यह सब अतिक्रमण के कारण ही हो रहा है।

हरिहर छत्तर मेला उद्घाटन का 2 माह से भी कम समय रह गया है लेकिन अंचलाधिकारी सोनपुर द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए कोई फरमान जारी नहीं किया गया है। हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति के द्वारा जिन -जिन दुकानदारों के नाम से दुकान एलॉट किया किया है । वे दुकान में समान न रखकर उससे 10 फीट आगे बढ़ कर सड़क पर अपना दुकान लगा रखे है ।

परिणाम स्वरूप मंदिर आने- जाने वाले भक्तों को घोर परेशानी हो रही है । इसका एक कारण यह भी है । इस व्यवस्था से न्याय समिति भी खिन्न दिख रही है । जरूरत है तत्क्षण मंदिर के पास से अतिक्रमण हटाने की ताकि भक्तों को असुविधा न हो । मेला क्षेत्र के अलावा विभिन्न अतिक्रमण किये सड़क मार्ग को अतिक्रमण मुक्त करना जरूरी है जिससे राहगीरों को आवागमन में परेशानी न हो ।

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