पप्पू यादव अगर कांग्रेस में शामिल होकर गांधीवादी होने का सर्टिफिकेट देने लगें तो ये अपने आप में चिंता का कारण है, बिहार में कांग्रेस कहीं नहीं है न कोई नेता जमीन पर काम करता दिख रहा है।
न्यूज4बिहार/पटना :जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए और पप्पू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि कौन किस नेता के लिए क्या कह रहा है इस पर हम टिप्पणी क्या करें? पप्पू यादव अगर कांग्रेस में शामिल होकर गांधीवादी की बात कर रहे हैं और ये कह रहे हैं कि कौन गांधीवादी है कौन नहीं और इसका सर्टिफिकेट भी अगर पप्पू यादव देने लगें तो अपने आप में बहुत चिंता का कारण है। प्रशांत किशोर ने बिहार में कांग्रेस की जमीनी हकीकत की पोल खोलते हुए कहा कि आज कांग्रेस बिहार में कहीं नहीं है न कोई नेता जमीन पर दिखता है। हां ये जरूर है कि वो महागठबंधन वाली सरकार में शामिल थे, तो सरकार में बहुत लोग शामिल होते तो इससे क्या हो गया? आज कांग्रेस राजनीतिक संगठन होने के नाते बिहार में कहीं नहीं है। न ही उनके नेता कुछ करते दिखते हैं। पिछले चुनावों की बानगी देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतकर आई, उसके एक साल बाद ही 2014 के आम चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक लोकसभा की सीटें जीतकर आई। आपको याद होगा कि 2018 के दिसंबर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जीतकर आई, लेकिन इसके ठीक 4 महीने बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा और खाता तक नहीं खुला। इसलिए मैं कांग्रेस या अन्य पार्टियों को भी बता रहा हूं कि देश में हर चुनाव एक अलग चुनाव होता है।