न्यूज4बिहार:छपरा के गरखा थाना क्षेत्र के रामपुर पीठाघाट गांव निवासी बीरा माझी ने अपने पुत्र को नशे की हालत में पिता ने घर मे मारपीट और झगड़ा करने के चलते, नशे में धुत पुत्र को 24 अगस्त को पुलिस को सौपा, जहां थानेदार ने जमकर कर दी पिटाई की और जिसके बाद उसे जेल भेज दिया। जेल अधिकारी ने स्थिति खराब देख सिकंदर मांझी को इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा भेजा। जहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और रो-रो कर बुरा हाल हो गया। जिसके बाद परिवार वालों ने थानेदार पर पिटाई के आरोप लगाकर एक आवेदन 29 अगस्त को पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया।
घटना के बाद तरह-तरह के चर्चाएं हो रही है,वही बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पीड़ित परिवार से मिलने रामपुर पीठाघाट पहुंचे। जहां मृतक के परिवार वाले से मिले। और घटना के बारे में जानकारी ली, वहीं परिजनों ने थानेदार द्वारा पिटाई से चोटिल कर लहूलुहान कर सिकंदर की मौत कर देने की बात कही। और पिटाई कर देने के बाद इलाज के समय का वीडियो भी है जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि उसको बुरी तरह से पिटाई की गई है। इसके बाद श्री मोदी ने सारण एसपी संतोष कुमार से बात की और दोषियों पर अविलंब कार्रवाई करने की बात कही।
हालांकि श्री मोदी ने कहा कि इसमें जो भी दोषी होंगे उनको बक्शा नहीं जाएगा,चाहे वह थानेदार हो या चाहे वरीय पदाधिकारी सबको मौत का हिसाब देना होगा. आगे उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी है इसका मैं समर्थन करता हूं लेकिन शराब के नाम पर इस तरह लोगों को पिटाई करके मौत के घाट उतार देना कि हम लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे।