न्यूज4बिहार: प्रगति यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को बक्सर पहुंचे। सीएम जैसे ही सर्किट हाउस से बाहर निकले। वैसे ही उनके स्वागत के लिए लगाए गए गमला पर लोगों ने धावा बोल दिया। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग तेजी से गमले उठाकर वहां से भागने लगे। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की, लेकिन वो नहीं माने। बताया जा रहा है कि वार्ड 15 स्थित रामरेखा घाट की दलित बस्ती के लोग मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मिलने नहीं दिया। इसके बाद उन लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोग रूको अपने अपने समस्याओं के बारे में बताना चाहते थे। थे। बवयर में मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का जायजा लिया। इसके साथ ही 400 करोड़ से ज्यादा की लागत से बनने वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। ना घर है ना पीने का पानी : दलित बस्ती की महिला मुत्री देवी ने बताया कि उनके पास रहने के लिए ना तो घर है, ना ही जमीन है। पीने के लिए शुद्ध पानी की सुविधा भी नहीं है। अपनी परेशानियों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने आए थे, लेकिन प्रशासन ने मिलने नहीं दिया और जबरन पीछे धकेल दिया। इससे नाराज होकर वहां मौजूद महिलाओं, बच्चों और बुजुगों ने विरोध शुरू कर दिया।
वही बस्ती के लोगों ने बताया कि वे सालों से मूलभूत सुविधाओं से वश्चित है। तर, पानी और बिजली जैसी बुनियादी जरूरतें तक पूरी नहीं हो रही है। कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब मुख्यमंत्री आए तो उम्मीद थी कि वे हमारी समस्याएं सुनेंगे और समाधान निकालेंगे, लेकिन उन्हे मिलने तक नहीं दिया गया।