■ छात्र-संघ चुनाव, प्रोफेसर बहाली, सत्र नियमित,डिस्टेंस और लॉ में पढ़ाई चालू करने जैसे महत्वपूर्ण मांग हैं शामिल.
News4Bihar: मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनिश चौधरी के नेतृत्व में बुधवार से मिथिला विश्वविद्यालय में छात्र हित संबंधित 21 सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल विश्वविद्यालय में शुरू कर दिया गया हैं! भूख हड़ताल पर बैठे एमएसयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनिश चौधरी विश्वविद्यालय महासचिव आदर्श मिश्रा ने कहा की मिथिला स्टूडेंट यूनियन पिछले 9 सालों से छात्र हित के मांग को लेकर लगातार विश्वविद्यालय से लेकर कॉलेज तक आंदोलन करता हुआ आया हैं और छात्र हित में कई परिवर्तन लाने का भी काम किया हैं सत्र नियमित पूर्व में छात्र संघ चुनाव करवाने में संगठन ने अहम भूमिका निभाने का काम काम किया था संगठन कॉलेज में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए संकल्पित हैं जिसको देखते हुए बुधवार से विभिन्न मांग को पूरा कराने को लेकर लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबसे कठिन कहे जाने वाला अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल आंदोलन शुरू कर दिया हैं कहा पिछले कई समय से विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा मांगो पर पहल का आश्वासन तो दिया गया हैं लेकिन मांग पूरा नहीं किया गया!संगठन पिछले 4 सालो से छात्र-संघ चुनाव को प्राथमिकता देते हुए चुनाव कराने का मांग कर रहा हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन जानबूझकर सत्र अनियमित का बहाना बनाकर इसे टालते हुए आया हैं अब इसे जून में करवाने की बात हो रही हैं जिसका हम विरोध कर रहे हैं संगठन प्रोफेसर बहाली सभी कॉलेज में छात्रावास डिस्टेंस व लॉ का पढ़ाई चालू करने!एससी एसटी छात्र और छात्राओं का मुफ्त शिक्षा लागू करने!सभी पाठक्रम का सत्र नियमित करने जैसे मांग को लेकर आंदोलनरत रहा हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा हैं अब जब तक मांगो पर करवाई नहीं किया जाता हैं यह आंदोलन अनिश्चितकालीन के लिए चलता रहेगा भूख हड़ताल में शामिल संगठन के संदीप सिंह,प्रतिक सत्संगी, पिंटू यादव,इंद्र कुमार राज,शुभम भारद्वाज,गौतम झा,राजेश मंडल,मुस्कान व जिज्ञासा ने कहा की आंदोलन दिन के 11 बजे से विश्वविद्यालय परिसर स्थित धरना-स्थल पर शुरू किया गया हैं हमारी 21 सूत्री मांग हैं की छात्र संघ चुनाव का घोषणा जल्द हो। स्नातक,स्नातकोत्तर का सत्र नियमित किया जाए! रिक्त पदों पर प्रोफेसर, कर्मचारी और लाइब्रेरियन की बहाली की जाए। सभी महाविद्यालय में छात्रावास का निर्माण किया जाए एवं बन्द पड़े छात्रावास को चालू किया जाए।
विश्वविद्यालय में दिशा निर्देश बोर्ड लगाया जाए एवं पूछताछ काउंटर खोला जाए। विश्वविद्यालय प्रांगण में दलाल को चिन्हित कर कानूनी करवाई की जाए एवं दलाल मुक्त विश्वविद्यालय बनाया जाए! विश्वविद्यालय प्रांगण में छात्र-छात्राओं के लिए प्रतीक्षालय कक्ष,शौचालय एवं शुद्ध पेजल की व्यवस्था की जाए। सभी महाविद्यालय का नाम मिथिलाक्षर में लिखा जाए।सभी महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू किया जाए। कुलपति समेत सभी पदाधिकारी और कर्मचारी ससमय विश्वविद्यालय कार्यालय में उपस्थित हो।विभिन्न महाविद्यालय में P.G का पढ़ाई चालू हो।स्पोर्ट नामांकन खत्म कर स्नाकोत्तर में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा लिया जाए।डिस्टेंस और लॉ कॉलेज का पढ़ाई पुनः चालू किया जाए। विश्वविद्यालय में बंद हुए दीक्षांत समारोह को जल्द से जल्द चालू किया जाए।सभी महाविद्यालय में एईसी,सीईसी,भीएसी का पढ़ाई चालू किया जाए।एमएमटीएम कॉलेज,आरबी जलान कॉलेज, नागेन्द्र झा महिला कॉलेज को सरकारी कॉलेज का मान्यता दिया जाए।जेएन कॉलेज मधुबनी एवम आरके कॉलेज मधुबनी का छात्र-संघ कार्यालय को बन्द किया जाए।विश्वविद्यालय में स्वर्ण जंयती पार्क को चालू किया जाए।सभी छात्र संगठन को आईडी कार्ड लागू किया जाए।विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगीत एवं नाट्य विभाग में बेंच-डेक्स की संख्या बढ़ाया जाए।मिथिला विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए। इस आंदोलन में अभिषेक झा,प्रभात चौधरी,गौतम झा ,शिवम कुमार सिंह,पल्लवी कुमारी,मुस्कान कुमारी,उजाला कुमारी,राजेश मंडल,अमन झा,मैथिल विनय झा,आदित्य चौधरी ,लाल बाबू सहनी,मो• सेराज अली ,आशीष कुमार, संदीप सिंह, पिंटू कुमार,शुभम भारद्वाज,अनुराग कुमार,सूरज ठाकुर,दीपक कुमार झा,रोहित मिश्रा समेत सेकरों छात्र-छात्राओं ने आंदोलन में अपनी उपस्थित दर्ज करवाया —