छपरा सदर: शुक्रवार को 95 लाख महागरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि अविलंब देने, भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन देने, सबको पक्का मकान व 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, प्रखण्ड के लगभग सभी पंचायतों में लटकी नल जल योजना को चालू कराने, मनरेगा में लूट-खसोट व फर्जी निकासी पर रोक लगाने, मजदूरों को 200 दिन काम व 600 रूपये दैनिक मजदूरी देने, जनहित में राशन- किरासन वितरण में गड़बड़ी पर रोक लगाने, जरूरतमंदों को पशु शेड का लाभ लेने, शौचालय निर्माण की लंबित राशि का भुगतान शीघ्र करने, एमएसपी की गारंटी, सिंचाई साधन, कृषि विकास,रोजगार,पलायन, शिक्षा-स्वास्थ्य, सड़क, ग्रामीण विकास, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने समेत अन्य जनसमस्याओं को लेकर भाकपा-माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भिखारी चौक से मार्च करते हुए छपरा सदर प्रखंड मुख्यालय पर पहुंचकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। मौके पर एक सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व आइसा जिला अध्यक्ष एवम माले सदर प्रखंड प्रभारी कुणाल कौशिक ने की। सभा को माले जिला सचिव सभापति राय, स्थाई जिला कमेटी सदस्य विजयेंद्र मिश्र- रामपुकार शाह व जीवनन्दन राय, कुणाल कौशिक समेत अन्य दर्जनों कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया ।
कार्यक्रम में उपस्थित भाकपा-माले जिला सचिव सभा राय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की दिशा में सरकार के प्रयास नाकाफी हैं। सरकार ने आय प्रमाण पत्र का झमेला बना रखा है। प्रखंड प्रशासन के द्वारा 72 हजार रूपये से कम का आय प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। इसका मतलब है कि जरूरतमंदों को सही अर्थों में इस योजना का लाभ नहीं देने की योजना है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रखंड में मनरेगा योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट-खसोट जारी है। प्रखंड क्षेत्र में चल रहे किसी भी एक योजना को बतौर उदाहरण सामूहिक रूप से जांच कराई जाए। मनरेगा में की जा रही हेराफेरी व भ्रष्टाचार सामने आ जाएगी। मौके पर माले नेतागण विशाल राज, विकास कुमार, सोनू कुमार, नंदकिशोर मांझी, धरमेंद्र कुमार, हिमांशु कुमार सभी उपस्थित थे।