- सूचना के बावजूद भी घटना स्थल पर नहीं पहुंची पुलिस
News4Bihar: इसुआपुर प्रखंड में चल रहे दर्जनों नर्सिंग होम मौत का घर बन चुके हैं. जहां नीम हकीम डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है. जहा सर्जरी व्यवस्था के अभाव में मरीज की मौत हो जाती है.किसी भी नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नही हुआ है.बड़े-बड़े नामी डॉक्टरों का नेम प्लेट लगाकर गरीबों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है तथा उनसे मोटी कमाई की जाती है.जहां दलालों के माध्यम से सुदूर गांवों से मरीजों को दलालों द्वारा बहला फुसला कर लाया जाता है .इसके लिए नर्सिंग होम से उन्हें मोटी रकम दलाली के रूप में मिल जाती है. ऐसे ही एक घटना बृहस्पतिवार को एक नर्सिंग होम में देखने को मिली है. जहां राजन शर्मा ग्राम पंचखंडा थाना मसरख की पत्नी को प्रसव कराने के लिए दलाल द्वारा लाया गया था.जहां प्रसव के दौरान ही उसकी मौत हो गई. नर्सिंग होम के संचालक ने आनन फानन में मृतिका के शव को उसके घर पहुंचवा दिया. लेकिन मृतका के परिजन अस्पताल के बाहर बवाल काटते रहे. उनका कहना था कि मृतका रूपा देवी जिसका प्रथम संतान होने वाला था वह रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल में आई थी .लेकिन डॉक्टर ने उसका बच्चा ही बाहर निकाल दिया .इसके बाद बच्चे को मसरक के किसी अस्पताल में रखा गया है जहां उसका इलाज चल रहा है. लेकिन प्रसव के दौरान ही रूपा देवी की मौत हो गई .लोगों ने बताया कि इस नर्सिंग होम के ऊपर डॉ मंजू देवी के नाम से बड़ा सा बोर्ड लगाया गया है.जिससे मरीज गुमराह हो जाते हैं तथा इलाज करवाने चले आते हैं. लेकिन इलाज के क्रम में डॉ मंजू देवी मौजूद नहीं रहती हैं. वहीं नीम हकीम डॉक्टरों द्वारा उनका इलाज किया जाता है. यहाँ तक कि इन्ही डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन भी किया जाता है. जिसमें मरीजों की जान चली जाती है. हद तो तब हो जाती है जब इसकी सूचना थाने को दी जाती है लेकिन थाना का कोई भी कर्मचारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचता है. और ना ही कोई प्राथमिकी दर्ज की जाती है. जिससे अस्पताल संचालकों के अंदर से डर और भय खत्म हो चुका है तथा वे भोली भाली जनता को धरल्ले से लूट रहे हैं. तथा उनकी जिंदगी से खेल रहे हैं. लोगों ने बताया कि नर्सिंग होम में मौत हो जाने के बाद परिजनों को अच्छा खासा रकम देखकर चुप कर दिया जाता है .गरीब जनता इसे अपना नसीब समझकर स्वीकार कर लेती है. अगर यही हाल रहा तो भोली भाली ग्रामीणों की जिंदगीयां जाती रहेगी. और इस तरह के नर्सिंग होम के संचालक मोटी कमाई के लिए लोगों की जिंदगी के साथ खेलते रहेंगे. इस बारे में जब इसुआपुर सीएचसी की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ तूलिका से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आ गया है और मैं सोमवार से मंगल तक एक कमेटी बनाकर इसकी जांच करूंगी.