अंतरा, छाया और ओसीपी में सारण जिला को मिला राज्य में पहला स्थान।
सपने को साकार करने में छोटा परिवार की अहम भूमिका: सिविल सर्जन।
जनसंख्या वृद्धि दर को कम करने के लिए हरसंभव किया जा रहा है प्रयास: डीपीएम।
“स्वस्थ मां स्वस्थ बच्चा जब पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा” थीम पर मनाया जा रहा है मिशन परिवार विकास अभियान: डीसीएम।।
सारथी रथ के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन से संबंधित सभी प्रकार के स्थायी व अस्थायी विकल्पों की जानकारी देने के उद्देश्य से शहरी क्षेत्र के दो यूपीएचसी सहित जिले के सभी प्रखंडों के लिए एक-एक सारथी रथ को सदर अस्पताल परिसर से सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के क्षेत्र में अंतरा, छाया और ओसीपी में सारण जिला ने राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। वहीं पीपीआईयूसीडी में तीसरा स्थान मिला है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) अरविंद कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) ब्रजेंद्र कुमार सिंह, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी (डीएमएनई) ब्रजेश कुमार, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद थे।
सपने को साकार करने में छोटा परिवार की अहम भूमिका: सिविल सर्जन।
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या से परिवार की तरक्की के मार्ग में सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। साथ ही परिवार की अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक व्यवस्था पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। हम सभी छोटा परिवार रखकर ही अपने सपने को साकार कर सकते हैं। क्योंकि जितना छोटा परिवार होगा, उसमें उतनी ही ज़्यादा खुशियां और आगे बढ़ने की संभावना बरकरार रहती है। जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक एवं कर्मियों की जिम्मेदारी बनती है कि अपने-अपने क्षेत्र के निवासियों को परिवार नियोजन से संबंधित गहन जानकारी देते हुए इसके नियंत्रण के लिए भी प्रोत्साहित करें। इससे आने वाली पीढ़ियों की उचित देखभाल एवं सुलभ तरीके से परवरिश भी की जा सकती है। इसीलिए शादी के साथ ही परिवार नियोजन से संबंधित योजनाओं पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।
जनसंख्या वृद्धि दर को कम करने के लिए हरसंभव किया जा रहा है प्रयास: डीपीएम।
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) अरविंद कुमार ने बताया कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 नवंबर से 3 दिसंबर तक जिले में मिशन परिवार विकास अभियान के तहत दंपति संपर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा। जबकि 4 से 16 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया है। इस अभियान की शतप्रतिशत सफ़लता के लिए जिलाधिकारी अमन समीर के दिशा- निर्देश में विभागीय स्तर पर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में जनसंख्या वृद्धि दर को कम करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। जिसको लेकर शहरी क्षेत्र के अलावा जिले के सभी प्रखंडों में सारथी रथ के माध्यम से जन जागरूकता के लिए प्रचार- प्रसार किया जा रहा है।
“स्वस्थ मां स्वस्थ बच्चा जब पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा” थीम के तहत मनाया जा रहा है मिशन परिवार विकास अभियान: डीसीएम
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि “स्वस्थ मां स्वस्थ बच्चा जब पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा” थीम के तहत मिशन परिवार विकास अभियान मनाया जा रहा है। सारथी रथ के माध्यम से पुरुष नसबंदी के बारे में लोगों के बीच जो भ्रम है उसे दूर करने के लिए प्रयास किया जाएगा। सारथी रथ के द्वारा नगर निगम क्षेत्र के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मसूमगंज और तेलपा सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों में आने वाले सामुदायिक भवन, सार्वजनिक स्थल, स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्ज़िद, चर्च और गुरुद्वारे सहित मलिन बस्ती और घुमंतू द्वारा बनाए गए रैन बसेरा के नज़दीक जाकर सारथी रथ के माध्यम से प्रचार- प्रसार किया जाना सुनिश्चित किया गया है। ताकि अधिक से अधिक परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ सके।