रांची : हेमंत सरकार के सिहांसन हिलाने की कोशिश हो चुकी है आक्रोश मे है जनता 1932 के खतियान को लेकर जो माहौल झारखंड मे बना है एक पक्ष खुश तो दुसरा पक्ष नाखुश इसी बिच कोई अप्रिय घटना का संकेत दिख रहा है जो आने वाले समय मे सरकार के नींद हराम कर सकती है जिसका खमियाजा सरकार बहुत दिनों भरपाई नहीं कर पायेगी सरकार कुछ सांप और छुछुंदर के पेच मे फंसी हुई है केन्द्र नजर बनाये हुई है कब क्या होगा सरकार पर बड़ा धमाका कहना मुश्किल है।